उत्तर प्रदेश सरकार देगी नंद बाबा योजना में नए निवेश को बढ़ावा

मुख्यमंत्री योगी ने वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 में की घोषणा

नंद बाबा योजना में निवेश को मिलेगा बढ़ावा

देश में उत्तर प्रदेश दूध उत्पादन में प्रथम

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उत्तर प्रदेश केवल आबादी में ही सबसे बड़ा प्रदेश नहीं है बल्कि दूध उत्पादन में भी देश में पहले स्थान पर है। यूपी में 319 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता है, जोकि देश के कुळ दूध उत्पादन का 16% है। इसमें सबसे खास बात यह है कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में करीब 70% महिलाओं की भागीदारी है। जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाती है।

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नंद बाबा योजना शुरू करने का उद्देश्य

उत्तरप्रदेश सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में देसी नस्ल की गायों के दुध उत्पादन को बढ़ावा देने और दुध से बने प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। दूध उत्पादन करने वालों के बीच प्रतिस्पर्धा हो और वो अधिक से अधिक दूध उत्पादन के लिए प्रेरित हों, इसके लिए ‘नंद बाबा पुरस्कार’ योजना लागू की गई है

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नंद बाबा पुरस्कार योजना

दरअसल यह योजना देसी गाय के दूध उत्पाद करने वाले गोपालकों के लिए बनाई गई है। जिसमें देशी नस्ल की गाय के दूध की प्रत्येक विकास खंड, जिला, प्रदेश में सर्वाधिक आपूर्ति (Supply) करने वाले गोपालक को यह पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं जैसे कि- गोपालक ने दूध उत्पादक संध को साल में कम से कम 1500 लीटर दूध की बिक्री की हो, उसे ब्लॉक स्तर पर 5100 रुपये, जिला स्तर पर 21,000 रुपये और प्रदेश स्तर पर 51,000 रुपये का नकद पुरस्कार ‘नंद बाबा पुरस्कार’ योजना के तहत दिया जाता है। इसके साथ-साथ सरकार गोपालकों को शील्ड और प्रमाण पत्र भी देकर सम्मानित करती है।

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नंद बाबा योजना में निवेश को मिलेगा बढ़ावा

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पांच साल के अंदर नंद बाबा दूध मिशन के तहत डेयरी सेक्टर में नए निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि डेयरी क्षेत्र में रोजगार के असवर सृजन किए जा सकें। इसके लिए यूपी सरकार की तरफ से कई प्रक्रियाओं पर काम तेजी से किया जा रहा है।

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यूपी सरकार ने डेयरी सेक्टर के लिए शुरू की नई पॉलिसी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ग्रेटरनोएडा स्थित एक्सपो मार्ट में आयोजित वर्ल्ड डेयरी समिट के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार ने अपनी नई पॉलिसी बनाई है। जिसमें अनके प्रकार के इनसेंटिव देने और जहां कहीं भी डेरी क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है। वहां पर उनको आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रोत्साहन देने को तैयार है।

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उत्तर प्रदेश सरकार ने किया 9 लाख गोवंश सरक्षण

देश भर में अवारा पशुओं का संरक्षण सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। खासकर यूपी में निराश्रित पशु बड़ी चुनौती हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि वर्तमान समय में यूपी में 6600 गोस्थल चलाए जा रहे हैं। इनमें नौ लाख से अधिक गोवंश का सरंक्षण किया जा रहा है। जबकि डेढ़ लाख लोगों द्वारा भी गोवंश का सरंक्षण किया जा रहा है और उनको हर महीने उसके खर्च के लिए राशि दी जा रही है।

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पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए किया टीकाकरण

देश भर में लंपी बीमारी देसी गायों के लिए सबसे बड़ी आपदा बनी हुई है, जबकि अभी तक सरकार ने इसे महामारी घोषित नहीं किया है। राजस्थान में सबसे ज्यादा गोवंश मारे जाने की खबरें दिल-दहला रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि खुरपका मुहपका रोग से बचाने के लिए 84 लाख गोवंशों का टीकाकरण कराया जा चुका है।

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