भारत में उगने वाले आंवले को दक्षिण कोरिया के बाज़ार में एंट्री मिलने से आंवला कारोबार में तडका लग गया है | वैश्विक महामारी करोना काल में जहाँ पूरी दुनिया इम्युनिटी बढाने वाले सुपर फूड्स की खरीद फरोख्त में मशगूल है ऐसे में भारत जैसे खेती किसानी वाले देश में कारोबार की संभावनाएं बढने के साथ साथ व्यापरी और किसान दोनों खुश नज़र आ रहे हैं |
दक्षिण कोरिया की नेचर फैक्ट्री नामक कम्पनी ने बी टू बी फर्म कोरिया शॉप 24 के मार्फ़त भारत में आवंला की खरीद करने की प्रक्रिया शुरू की है जिसके तहत भारतीय कारोबारियों से अनुबंध किये जा रहे हैं ताकि कोरिया में भारत से आंवले के आयात में तेजी लायी जा सके |
साल 2018 में पूरी दुनिया में आंवला एक्सट्रेक्ट का बाज़ार 35.35 बिलियन अमरीकी डॉलर था ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आंवला के व्यापार में साल 2019 से 2025 के बीच व्यापार में 4.9% कंपाउंड एनुअल ग्रोथ होगी क्यूंकि पूरी दुनिया में हेल्थ प्रोडक्ट बनाने वाली कम्पनियां आज आंवला आंवला करती नज़र आ रही हैं |
आंवले के गुण
आंवला एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है जिसे भोजन और दवा के रूप में अनेक प्रकार से सेवन किया जाता है | आंवला के क्वाथ का सेवन करने से शरीर में इन्फ्लामेशन (सूजन) में कमी आती है जिससे अनेक बीमारियों से बचाव हो जाता है | आंवले के सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होकर शरीर में न्यूट्रीएंट्स का अवशोषण बेहतर हो जाता है | इसके अंदर एंटीआक्सीडेन्ट्स की मौजूदगी होने के कारण यह हृदय रोगों से भी बचाव रखता है |
व्यपारी और किसानों में है उत्साह
दक्षिण कोरिया और भारत दोनों देशों के व्यापारी उत्साहित नज़र आ रहे हैं क्यूंकि आंवले की बढ़ी मांग ने व्यापार और सहयोग के नये द्वार खोल दिए हैं | आंवले की मांग बढने से भारत के किसान भी उत्साहित हैं क्यूंकि भारत अच्छी क्वालिटी के आंवले के उत्पादन का गढ़ है और नई व्यापारिक संभावनाओं के उभार के चलते इसकी मांग भी तेजी से बढने की उम्मीद है |
कोरिया वालों को है बेस्ट क्वालिटी का भरोसा
कोरिया शॉप 24 कम्पनी के प्रतिनिधि यंगडू का कहना है कि मुझे इस बात की अत्यंत ख़ुशी है कि दक्षिण कोरिया के निवासी भारत भूमि से आने वाले इस उतम गुणवत्ता वाले सुपर फ़ूड से लाभान्वित होंगे और उनकी सेहत बेहतर होगी| व्यपार में उभरी इन नये संभावनाओं के कारण दोनों देशों में परस्पर सहयोग बढेगा |
अन्य जड़ी बूटियों के लिए खुलेंगे रास्ते
भारत जड़ी बूटियों का गढ़ है यहाँ जड़ी बूटियों का ज्ञान और उन्हें प्रयोग करने के तरीके की गहरी समझ है | आज पूरी दुनिया भारत के इस ज्ञान और समझ की कद्र कर रही है | आंवले की कामयाबी के बाद जल्द ही भारत में उपलब्ध अन्य जड़ी बूटियों की मांग बढ़ने की भी उम्मीद की जा रही है |