कृषि समाचार एवं मंडी रेट बुलेटिन 29 अक्टूबर 2021

बारिश और पानी की कमी वाले राज्यों के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने धान की नई वेराइटी सबौर सोना बीआरआर 2177 का इजाद किया है

इस धान को उपजाने के लिए किसानों को खेतों में खाद और पानी कम देने की जरूरत है। सबौर सोना धान की बिजाई से कम खाद में भी डेढ़ गुना ज्यादा उपज पाई जा सकती है | बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश कर्नाटक और छत्तीसगढ़ सहित दर्जन भर राज्यों के लिए सुगंधित धान की नई वेराइटी सबौर सोना 2177 इजाद की गई है। दक्षिण बिहार खास कर जहां कम बारिश और पानी की कमी है, उन क्षेत्रों के किसानों को अधिक लाभ होगा। भागलपुरी कतरनी और सोनाचूर जैसे धान की तुलना में यह धान डेढ़ गुना यानी 52 से 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देगा।

अगले साल से किसानों को इस वेराइटी का धान बीज उपलब्ध हो जायेगा। इसकी उत्पादकता अधिक होने के कारण किसानों को कम खर्च के बाद भी अधिक लाभ मिलेगा । इसके चावल एक्सपोर्ट क्वालिटी के होंगे ।

नई वेराइटी सबौर सोना बीआरआर 2177 धान की खासियत

इसके पौधे लगभग 105 सेंटीमीटर लंबे हैं। बुआई के 130 से 135 दिनों में पक कर तैयार हो जाते हैं। यह भागलपुर कतरनी, सोनाचूर, चंपारण बासमती, गोविंद भोग, बादशाह भोग, कस्तूरी, राजेंद्र सुहासिनी, सबौर सुरभित के विकल्प देगा। चावल छोटा और पतला है। प्रति पौधा औसतन 15-16 कल्ले, जिसमें बालियां 27 से 29 सेंटीमीटर लंबी होती हैं। एक बाली में 270 से 290 भरे हुए दाने होते हैं। पौधे में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर है। झोंका, जीवाणु झुलसा, आच्छादन अंगमारी रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है। पत्ती लपेटा, ब्राउन प्लांट हार्पर कीट के प्रति सहनशील है। सिंचित या वर्षा आश्रित भूमि, जिसमें कम पानी की आवश्यकता पड़ती है। सोना धान प्रभेद में सुगंध का कारण बीएडीएच 2 जीन का होना है। 6-7 वर्षों तक किसानों की मदद से शोध कर यह वेराइटी तैयार की गयी है।

यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए झारखंड सरकार देगी 1 लाख

यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में सफल एसटी-एससी छात्रों को आगे की तैयारी के लिए राज्य सरकार एक-एक लाख रुपए देगी। आदिवासी कल्याण आयुक्त कार्यालय ने पीटी के रिजल्ट से पहले ही मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन का फॉर्मेट जारी कर दिया है। इसमें शर्त जोड़ी गई है कि यूपीएससी मेंस और इंटरव्यू की तैयारी के लिए उन्हीं एसटी-एससी छात्रों को सहायता दी जाएगी, जिन्होंने झारखंड इंटर और ग्रेजुएशन की पढ़ाई की हो। दूसरे राज्यों से पढ़ाई करने वालों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तय की गई है।

प्रोत्साहन राशि पाने के लिए क्या हैं शर्तें

  • इस योजना का लाभ लेने के लिए वैसे अभ्यार्थी योग्य होंगे, जिनकी पारिवारिक आय अधिकतम ढाई लाख रुपए से ज्यादा न हो ।
  • कोई भी अभ्यार्थी इस योजना का लाभ सिर्फ एक बार ही ले सकेगा। केंद्र या राज्य सरकार द्वारा सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए संचालित कोचिंग का लाभ लेने वालों को इसका फायदा नहीं मिलेगा। ऑनलाइन आवेदन में आवासीय, जाति और आय प्रमाण पत्र देना होगा, वरना आवेदन अस्वीकृत होगा।
  • शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र, सिविल सेवा पीटी का प्रवेश पत्र और पीटी उत्तीर्ण होने के प्रमाणपत्र की स्वअभिप्रमाणित कॉपी।
  • अंचलाधिकारी या इससे ऊपर के अधिकारी की ओर से जारी ऑनलाइन जाति प्रमाण पत्र ही मान्य होगा।

माटी कला मेले उत्तरप्रदेश के 300 कुम्हारों में बांटी गई इलेक्ट्रॉनिक चाक

कच्ची मिट्टी के पक्के रंग लखनऊवासियों को खूब लुभा रहे हैं। माटी के उत्पाद इस बार दिवाली को और भी खास बना रहे हैं। प्रदेशवासी चीन के उत्पादों की जगह स्वदेसी उत्पादों की खरीदारी कर ‘अबकी दिवाली देसी वाली’ की मुहिम के संकल्प को पूरा कर रहे हैं। लखनऊ के गोमतीनगर के संगीत नाटक अकादमी में सजे माटी कला मेले में कुम्हार अपने हुनर से सभी को कायल कर रहे हैं। माटी कला बोर्ड की ओर से आयोजित माटी कला मेले में इस बार कच्ची और पक्की मिट्टी के गणेश-लक्ष्मी, दीपक, झालर, टेराकोटा, मिट्टी के झरने, ब्लैक पॉटरी समेत मिट्टी के अनेकों उत्पाद प्रदर्शित किये जा रहे हैं |

मेले में अब तक 300 इलेक्ट्रॉनिक चाक कुम्हारों को प्रदेश सरकार की ओर से निःशुल्क बांटी जा चुकी हैं। इन इलेक्ट्रॉनिक चाक को पाकर कुम्हार बेहद खुश हैं। मेले में 100 स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें प्रयागराज, गोरखपुर, बनारस, लखनऊ, आजमगढ़ समेत दूसरे कई जनपदों के हुनरमंद शिल्पकार प्रतिभाग ले रहे हैं।

कई राज्यों में बेमौसम बारिश से हुई आलू की नई फसल बर्बाद और मंडियों में कम सप्लाई के कारण आ रही है आलू के भाव में तेज़ी

नए आलुओं के दाम में सीधे सीधे 20 रुपये तक का इजाफा हुआ है और अब आलू की कीमत 40 रुपये तक पहुंच चुकी है | कई राज्यों में बेमौसम बारिश होने के कारण आलू की नई फसल खेतों में ही बर्बाद हो गई है। यही कारण है कि मंडियों में आलू की नई फसल काफी कम पहुंच रही है। हर साल इन दिनों तक मंडियों में आलू की नई फसल अधिक मात्रा में पहुँच जाती थी इसलिए आलू की कीमतों में भी कमी देखने को मिलती थी | लेकिन इस बार ऐसा नहीं है इसलिए अगले 15 दिनों तक आलू की नई फसल में कमी आने की कोई उम्मीद नहीं है |

इस समय बेमौसम बारिश की मार सबसे ज्यादा ऊना, होशियारपुर में पड़ी है। यहां लगभग आलू की पूरी फसल खराब हो गई। यूपी में कन्नौज, अलीगढ़, संभल, मुरादाबाद, मेरठ और अन्य इलाकों में आलू की नई फसल लगते ही 8 दिनों बाद ही बारिश और ओले पड़ने से फसल खराब हो गई। अब यहां के लोग अब फिर से आलू की नई फसल की बुआई की तैयारी कर रहे हैं। कुछ जगहों पर आलू की फसल फिर से लगा दी गई है। पंजाब और जलंधर में ओले पड़े हैं। यहां भी किसानों का काफी नुकसान हुआ है।

सप्लाई कम होने से थोक में 8 रुपये प्रति किलो तक बिकने वाला आलू अब 15 से 20 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अब लोकल मंडियों में आलू  35 से 40 रुपये किलो लोग खरीद रहे हैं।

1200 रुपये से शुरू हुआ बाजरे का भाव 1650 तक पहुंचा

सीजन के शुरुआत में जहां बाजरे का भाव 1200 रुपए से शुरू हुआ था, अब मंडी में बाजरे का भाव 1650 रुपए तक पहुंच गया है, हालांकि औसत भाव 1500 रुपए के आसपास बना हुआ है ।

जानकारी के अनुसार अटेली अनाज मंडी में अब तक लगभग 60 हजार क्विंटल की बाजरे की खरीद हो चुकी है। महेंद्रगढ़ जिले में मंगलवार तक 128504 क्विंटल बाजरे की खरीद हुई है, जिसमें अटेली में 55100 क्विंटल, नारनौल 46308 क्विंटल, कनीना 23677 क्विंटल महेंद्रगढ़ 3418 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है।

किसान जिन्होंने मेरी फसल मेरा पोर्टल पर पंजीकरण किया हुआ है उसमें जिनकी फसल सत्यापित हुई है, उन किसानों का गेट पास ई-खरीद पोर्टल से जारी किया जा रहा है तथा राजस्थान के किसानों एवं अपंजीकृत किसानों का गेट पास ई-नाम पोर्टल पर जारी किया जा रहा है।

सूक्ष्म इकाई स्थापित करने के लिए उठाएं पीएम एफएमई योजना का लाभ

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा व नए उद्योग स्थापित करने के उद्देश्य से सरकार के प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयत योजना (पीएम-एफएमई) योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत अधिकतम 10 लाख रुपए तक की अनुदान सहायता से परियोजना लागत की 35 प्रतिशत क्रेडिट लिंक्ड अनुदान सहायता का प्रावधान है।

जिला के पात्र के व्यक्ति योजना का लाभ उठाकर स्वयं का रोजगार स्थापित करें और आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनें। खाद्य प्रसंस्करण में नए सूक्ष्म उद्यम स्थापित करने एवं बढ़ावा देने हेतु जिले में वन डिस्ट्रिक्ट वन- उत्पाद के तहत किन्नु उत्पाद का चयन किया गया है। इसके अलावा असंगठित क्षेत्र में आम, आलू, लीची, टमाटर, साबूदाना, किन्नू, भूजिया, पेठा, पापड़, अचार, मोटे अनाज आधारित उत्पाद, मत्स्य, पोल्ट्री उत्पाद, बेकरी, मशरूम, दाल पैकिंग, मिल्क प्रोडक्ट तथा पशुचारा इत्यादि के खाद्य प्रसंस्करण में काम कर रहे सूक्ष्म उद्यम भी योजना का लाभ ले सकते हैं। योजना का लाभ लेने के आवेदक 18 वर्ष से अधिक का हो और कम से कम 8वीं कक्षा का शैक्षणिक योग्यता रखता हो । वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए एक परिवार से केवल एक व्यक्ति पात्र होगा। स्कीम में ऋण प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को मिलेगी सहायता राशि

भारी बरसात और बाढ़ से परेशान किसानों को राज्य सरकार ने फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को बड़ी सहायता राशि जारी कर दी है। बाढ़ प्रभावित 44 जिलों के करीब 5 लाख किसानों को 160 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की गई है।

बाढ़ प्रभावित जिलों में नुकसान के आकलन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। अब तक 180 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है। जिसमें से 160 करोड़ रुपये की सहायता राशि किसानों को जारी कर दी गई है। चार लाख से अधिक किसानों को राज्य आपदा मोचक निधि के जरिये सहायता राशि जारी की गई है। पूर्वांचल के जिले सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित रहे हैं ।

‘मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना’ के तहत

  • राज्य के 5 लाख से अधिक युवा इस योजना से लाभान्वित ।
  • बिहार राज्य के निवासी 20-25 वर्ष आयु वर्ग के 12वीं पास बेरोज़गार युवा जो अध्ययनरत नहीं हो या उच्चतर शिक्षा प्राप्त नहीं किए हों, वह रोजगार तलाशने के दौरान अधिकतम दो वर्षों तक आर्थिक मदद के रूप में सरकार द्वारा 1000 रू० प्रतिमाह की दर से स्वयं सहायता भत्ता के लिए आवेदन कर सकते है।
  • इस योजनान्तर्गत लाभान्वित युवक / युवतियों को कुशल युवा कार्यक्रम के तहत भाषा संवाद, व्यवहार कौशल एवं बुनियादी कम्प्यूटर ज्ञान का निःशुल्क प्रशिक्षण भी उपलब्ध करायी जा रही है।
  • योजना सम्बन्धी विस्तृत जानकारी Online Portal : www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in अथवा अपने जिले में स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र (DRCC) से प्राप्त किया जा सकता है।

आवश्यक सूचना

  • वैसे आवेदक जिन्होंने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर उच्चतर शिक्षा निबंधन / नामांकन करवा लिया है, या कहीं नियोजित हैं या स्व-रोजगार कर रहे हैं, वह इस योजना के अंतर्गत योग्य नहीं हैं।
  • ऐसे अयोग्य लाभार्थी यथाशीघ्र अपने जिले के DRCC में इसकी सूचना दे, अन्यथा मामला संज्ञान में आने के पश्चात वह वैधानिक कार्रवाई के पात्र होंगे।

उर्वरकों की प्राप्ति संबंधित बिहार के किसान भाइयों एवं बहनों के लिए आवश्यक सूचना

राज्य में विभिन्न उर्वरकों की प्राप्ति लगातार हो रही है। अभी राज्य में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। किसान भाइयों एवं बहनों से अनुरोध है कि :

  • उर्वरक अधिकृत विक्रेता से ही खरीदें एवं बिक्री रसीद अवश्य लें।
  • उर्वरकों के मूल्य तथा पोषक तत्वों की मात्रा सभी बोरों पर अंकित रहता है। अतः अंकित मूल्य पर अधिकृत विक्रेता (अनुज्ञप्तिधारी दुकानों) से ही उर्वरक खरीदें।
  • किसान भाई / बहन फॉस्फेटिक उर्वरकों में DAP के स्थान पर अन्य उर्वरकों जैसे- SSP, NPK Complex का व्यवहार कर सकते हैं।
  • कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, हरी खाद तथा PSB के उपयोग करने से फॉस्फेटिक उर्वरकों की 20% कम आवश्यकता पड़ती है।
  • ऐसा देखा जा रहा है कि नाईट्रोजन, फॉस्फेटिक एवं पोटाशिक उर्वरकों का किसान भाइयों द्वारा असंतुलित व्यवहार (अनुशंसित मात्रा से अधिक) करने का फलस्वरूप मिट्टी की संरचना बिगड़ रही है तथा पौधों को संतुलित पोषक तत्व नहीं मिल पा रहा है।
  • रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध उपयोग नहीं करें, अनुशंसित मात्रा में ही इसका व्यवहार करें। उपरिनिवेश (फोलियर स्प्रे) के रूप में फॉस्फेटिक उर्वरकों का उपयोग नहीं करें, ऐसा करने से फॉस्फेटिक उर्वरक मिट्टी में ही पड़े रहते हैं, पौधे इसे ग्रहण नहीं करते हैं।
  • सभी खेतों में जैविक उर्वरकों का व्यवहार अवश्य करें। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहती है।
  • सूक्ष्म पोषक तत्वों का प्रयोग भी पौधों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। क्षारीय भूमि के सुधार के लिए जिप्सम का प्रयोग करने पर मिट्टी में फॉस्फेट की उपलब्धता पौधे के लिए बढ़ जाती है।

धान की खरीद

इस साल कोशी और पूर्णिया प्रमंडल से धान की खरीद एक नवंबर से शुरू हो रही है। फिर 10 नवंबर से तिरहुत, दरभंगा एवं सारण प्रमंडल के जिलों में धान खरीद शुरू होगी। शेष भागलपुर, मुंगेर, पटना आदि प्रमंडल में 15 नवंबर से धान खरीद शुरू की जायेगी । 31 जनवरी 2022 तक खरीद होनी है। पिछले खरीफ मौसम 2020-21 में 31 जनवरी 2021 से अंतिम तिथि को बढ़ा कर 21 फरवरी तक बढ़ायी गई थी। राज्य में इस साल 30 लाख 32 हजार 704 हेक्टेयर में धान की खेती हुई है। 65.38 लाख टन चावल धान लगभग 90 लाख टन) उत्पादन की संभावना है। 2021-22 धान खरीद के लिए पिछले साल 2020-21 की तरह ही 45 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। इस साल किसान को प्रति क्विटल 1940 रुपए कीमत मिलेगी, जो पिछले साल की तुलना में 72 रुपए अधिक हैं। जमीन वाले प्रति किसान अधिकतम 250 क्विंटल और बटाईदार प्रति किसान 100 क्विंटल धान बेच सकते हैं।

24 घंटे कॉल सेंटर : किसान किसी पैक्स या व्यापारमंडल में धान बेच सकेंगे। धान खरीद के लिए मुख्यालय स्तर पर 24 घंटे कॉल सेंटर काम करेगा। ऑटोमेटिक सिस्टम में किसान अपने मोबाइल पर 1, 2, 3 और 4 आदि बटन दबा कर अलग-अलग समस्या बता सकेंगे। समस्या का तत्काल समाधान के लिए संबंधित अधिकारी से भी तत्काल कॉल सेंटर के माध्यम से किसान की बात कराई जाएगी।

बेमौसम बारिश से भूरा माहो कीट के कारण छछानपैरी गाँव के 40 से ज्यादा किसानों की धान की फसल हुई ख़राब  

राजधानी के पास छछानपैरी गाँव के 40 से ज्यादा किसानों की धान की फसल भूरा माहो के कारण खराब हो गई है। गाँव में लगभग 1400 एकड़ ज़मीन है, जहां धान की फसल अब पकने को है, लेकिन भूरा माहो के कारण करीब 80 एकड़ फसल नष्ट हो चुकी है और उससे लगे दूसरे खेतों पर असर दिखने लगा है। किसानों की परेशानी इस बात को लेकर भी है कि भूरा माहो की रोकथाम के लिए कई हजार की दवाइयां वे छिड़क चुके हैं और कोई असर नहीं हुआ।

किसानों के मुताबिक यह पहले बारिश न होने के कारण था, फिर बेमौसम बारिश से यह नुक्सान हुआ है । बारिश और मौसम बदली की वजह से भूरा माहो तेजी से धान में फैला हैं। किसान इससे ज्यादा चिंतित न हों, क्योंकि देरी से धान बुआई होने पर भूरा माहो का प्रकोप हो सकता है।

पशु-पक्षी वितरण शिविर का आयोजन दिनांक 29 अक्टूबर 2021 से 09 नवम्बर 2021 तक किया जायेगा।

मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अन्तर्गत पशुधन वितरण समारोह

“आम सूचना”

2021-21 में चयनित लाभार्थी जिन्हें DBT के माध्यम से अनुदान की राशि क्रमशः गाय, बकरा- बकरी, सुकर – सुकरी, मुर्गी एवं बत्तख पालन तथा अन्य परिसम्पत्तियों के लिए उनके खाते में हस्तांतरित कर दी गई है, को परिसम्पत्तियों के वितरण लक्ष्य के अनुरूप सुनिश्चित कराने हेतु प्रखण्ड मुख्यालय स्तर पर पशु-पक्षी वितरण शिविर का आयोजन कराने का निदेश दिया गया है। पशु-पक्षी वितरण शिविर का आयोजन दिनांक 29 अक्टूबर 2021 से 09 नवम्बर 2021 तक किया जायेगा।

इस शिविर में पशुपालन एवं गव्य निदेशालय द्वारा सूचीबद्ध आपूर्तिकर्ता द्वारा दुधारू पशु एवं पशु-पक्षियों | को योजना के लाभुकों द्वारा क्रय हेतु प्रदर्शित करेंगे, ताकि लाभुकों द्वारा प्रखण्ड स्तरीय समिति के सदस्यों के समक्ष अपनी  सहमति से पशु-पक्षी का चयन किया जा सके। लाभुक अपने खाते मे अनुदान एवं लाभुक अंशदान राशि सहित संपूर्ण  राशि के बैंक ड्राफ्ट द्वारा आपूतिकर्त्ता से परिसम्पत्ति यथा- दुधारू गाय एवं पशु पक्षी प्राप्त कर उन्हें भुगतान करेंगे।

खाद्य कारोबारकर्ता ध्यान दें

FSSAI लाईसेंस / रजिस्ट्रेशन हेतु वेबसाईट – http://foscos.fssai.gov.in का प्रयोग करें |

  • खाद्य व्यवसाय के लिए खाद्य लाईसेन्स / रजिस्ट्रेशन अवश्य करावें। बिना खाद्य लाईसेंस / रजिस्ट्रेशन के किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ बेचना / भण्डारण करना / परिवहन करना दण्डनीय अपराध है एवं इसका उल्लंघन करने पर छः माह का कारावास एवं 05 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • खाद्य लाईसेंस / रजिस्ट्रेशन से संबंधित अधिक जानकारी अभिहित अधिकारी सह अनुमण्डल पदाधिकारी, गुमला के कार्यालय (खाद्य सुरक्षा शाखा) से प्राप्त किया जा सकता है।
  • खाद्य निर्माण के लिए कच्ची सामग्री लाईसेंसी दुकानदार से ही क्रय करें एवं उसकी वारण्टी / बिल अवश्य प्राप्त करें।
  • खाद्य कारोबारकर्ता अपने प्रतिष्ठान एवं व्यक्तिगत सफाई का विशेष ध्यान दें। • पक्के खाद्य पदार्थ को खुला न रखें। हमेशा खाद्य पदार्थों को जाली अथवा मारकीन कपड़े से ढक कर रखें।
  • बासी / दूषित खाद्य पदार्थ न बेंचे।
  • चाय विक्रेता चाय की पत्ती का एकबार से ज्यादा प्रयोग न करें एवं बर्त्तन को साफ करते रहें।
  • खाद्य पदार्थ बनाने के लिए खाद्य तेल (जले हुए तेल) को दो बार से अधिक इस्तेमाल न करें।
  • जूस विक्रेता अनार, मौसमी आदि फल पहले काट / छीलकर न रखें।
  • जूस में किसी भी प्रकार का रंग एवं सैंक्रीन का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है।
  • फल विक्रेता फलों को पकाने के लिए कैल्सियम कारबीईड नामक रासायनिक का प्रयोग न करें, चूँकि इस रासायनिक पदार्थ के इस्तेमाल से कैंसर एवं विभिन्न प्रकार के गंभीर बिमारी होने की संभावना होती है। फलों को पकाने हेतु Ethylene gas / Ripening chamber का ही प्रयोग करें।
  • अखबार के कागज का प्रयोग खाद्य सामग्री को रखकर बेचने व ढकने में कदापि न करें। गर्म खाद्य पदार्थ जैसे समोसे, पकौड़े, दुसका, आलू चाप आदि को हमेशा सादे पेपर में ही रखकर बेचें।
  • खाद्य पदार्थों में खाद्य रंगों का ही प्रयोग सीमित मात्रा में करें। अखाद्य रंगों के प्रयोग से परहेज करें।
  • कोई भी संक्रामक रोग से ग्रसित व्यक्ति किसी भी प्रकार के खाद्य कारोबार में सम्मिलित न हो।
  • प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान पर ढक्कन युक्त कुड़ेदान का ही प्रयोग किया जाए।
  •  01 अक्टूबर 2021 से सभी खाद्य कारोबारियों को अपने Bill Book / Receipt में FSSAI खाद्य लाईसेंस / रजिस्ट्रेशन संख्या दर्शाना अनिवार्य किया गया है।

उपरोक्त का उल्लंघन कानूनी रूप से दण्डनीय है। ऐसा पाये जाने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी।

सरसों, सोयाबीन की कीमतों में सुधार, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन के रेट में गिरावट

विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख से दिल्ली मंडी में सीपीओ और पामोलीन में गिरावट आ रही है । दूसरी ओर देश में खुदरा मांग को पूरा करने के लिए छोटी पेराई मिलों की मांग बढ़ने से सरसों के साथ-साथ सोयाबीन की कीमतों में सुधार देखने को मिला है । बाकी तेल तिलहनों के भाव पहले जैसे ही बने हुए हैं।

मलेशिया एक्सचेंज एक प्रतिशत की गिरावट है जबकि कल रात 1.25 प्रतिशत कमजोर रहने के बाद फिलहाल शिकॉगो एक्सचेंज 0.3 प्रतिशत कमजोर है। उन्होंने कहा कि विदेशी बाजारों में गिरावट के बीच स्थानीय तेल-तिलहन कीमतों पर भी दबाव रहा।

बाजार के जानकारों ने कहा कि आयातकों को पामोलीन के आयात पर 600 रुपये प्रति किंटल के हिसाब से नुकसान है क्योंकि पहले अधिक आयात के कारण स्टॉक काफी मात्रा में है और आयातकों को अपने पैसे जरूरत को पूरा करने के लिए आयात के भाव से कम कीमत पर अपना माल बेचना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज के कमजोर होने से सीपीओ और पामोलीन तेल के भाव में गिरावट रही। दूसरी ओर बिनौला की नयी फसल मंडियों में आना शुरू होने से इसके भाव भी टूटे हैं। सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सोयाबीन की आवक 10 लाख बोरी से घटकर 8.5 लाख बोरी रह गई है। सोयाबीन का जो भाव जुलाई में 10,700 रुपये क्विंटल के उच्चस्तर पर चल रहा था, नयी फसल आने के बाद वह आधे से भी ज्यादा टूटकर लगभग 5,300 रुपये क्विंटल रह गया है। आगे त्योहारों की छुट्टियों के कारण तेल संयंत्र वालों की मांग बढ़ी है जिससे सोयाबीन तेल- तिलहन में सुधार है।

सूत्रों ने कहा कि देश में लगभग 5,000 सरसों की छोटी मिलें हैं जो खुदरा मांग को पूरा करती हैं। इन मिलों की दैनिक सरसों खपत 15-25 बोरी की होती है। लेकिन त्योहारों और जाड़े की खुदरा मांग के बढ़ने से इन छोटी मिलों की दैनिक सरसों मांग बढ़कर 60-70 हजार बोरी की हो गयी है। इसके कारण सरसों तेल-तिलहन कीमतों में सुधार है। उन्होंने कहा कि देश में विशेषकर उत्तर भारत में सरसों की मांग है जो आगे जाकर और बढ़ेगी। सलोनी शम्साबाद में सरसों का भाव 9,250 से बढ़ाकर 9,300 कर दिया गया।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन 8,945 – 8,975 ( 42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली 6,150 – 6,235 रुपये। मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 13,950 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,040 – 2,165 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी 17,925 रुपये प्रति क्रिंटल।

सरसों पक्की घानी 2,700 2,740 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी 2,775 2,885 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी 15,500 18,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली 14,050 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर 13,650 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला 12,580

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,510 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा) 13,750 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,000 रुपये।

पामोलिन एक्स कांडला 11,830 (बिना जीएसटी के ) ।

सोयाबीन दाना 5,250 5,400 – सोयाबीन लूज 5,100- 5,200 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) 3,825 रुपये

धान की फसल की 2 लाख से अधिक किसानों को 6769 करोड़ की समय पर हुई अदायगी

हरियाणा में किसानों को धान की फसल का समय पर भुगतान किया जा रहा है। अब तक सरकार दो लाख से अधिक किसानों के खातों में 6769 करोड़ रुपये की राशि डाल चुकी है। इनमें सबसे अधिक किसान कुरुक्षेत्र, करनाल और कैथल के हैं। हालांकि अभी तक प्रदेश के 15 जिलों की मंडियों में ही 43.03 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। जिनमें फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों को समय पर पैसों की अदायगी की जा रही है।

मंडियों से 84 प्रतिशत धान का हो चुका उठान

राज्य में अभी तक 43,03,708 टन की धान की खरीद हो चुकी है। जिसमें से 84 प्रतिशत धान का मंडियों से उठान भी हो चुका है। सबसे अधिक धान कुरुक्षेत्र में 9,55,939 टन खरीद हुई है। इसके अलावा अबाला में 5,59,289 टन, फतेहाबाद में 4,01,939 टन, जींद में 1,31,117 टन, कैथल में 6,53,199 टन, करनाल में 9, 46,314 टन, पंचकूला में 67,788 टन, पानीपत में 52, 236 टन, सिरसा में 77,585 टन और यमुनानगर में 4,39,074 टन की खरीद की जा चुकी है।

जिलेवार किसानों की संख्या और भुगतान राशि :

जिला          जे फार्म जारी           किसानों की संख्या       अदायगी राशि (करोड़ में)

करनाल        123920                     42424               1442.60

अंबाला         64729                      26336               774.86

यमुनानगर    65639               29665               700.26

जींद           10261               5020                125.55

फरीदाबाद       357                 132                 03.19

कुरुक्षेत्र         114402                50124               1710.34

फतेहाबाद       32707               13915               569.92

पानीपत        5627                2724                59.33

रोहतक         761                 476                 7.42

सोनीपत        1390                1012                20.42

हिसार         5706                3031                64.60

पंचकूला        10865             4493            127.17

सिरसा         6590                3282                96.76 

पलवल         2316                853                 34.45

कैथल          66539              25955            1033.04

कुल           511809             209442           6769.92

तिलहन और तेल का भाव-

दिल्ली की मंडियां:

सरसों ₹8200/₹8250,
खली एक्सपेलर:
सरसों पुराना बारदाना ₹3150/₹3200
नया ₹3300/₹3350
बिनौला ₹3200/₹3400
डिऑयल्ड एक्सट्रेक्शन (टन):
राइसब्रान कंटीन्यूस ₹12000/₹12100
सरसों ₹23500/₹23600
सोयाबीन पीला ₹42000/₹43000
सूरजमुखी ₹25000/₹25100
मूंगफली (40-45 प्रश.)₹ 33000/₹34000
राईसब्रान (प्रति यूनिट) ₹146/₹147
खाद्य तेल (जीएसटी अतिरिक्त ):
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड (टीन) ₹2800/₹2850
सरसों तेल (टीन) ₹2600/₹2750
सरसों एक्सपेलर ₹17200
तिल तेल ₹16500
सोयाबीन रिफाइंड मिल डिलीवरी ₹13200
सोया तेलडिगम्ड ₹12850
(टीन)₹2150/₹2250
सनफ्लावर ₹2400/₹2450
बिनौला मिल डिलीवरी ₹13700
चावल तेल पंजाब ₹11300
गोला तेल( टीन ) ₹3000/₹3100

मुर्गी अंडा का भाव :

दिल्ली की मंडियां:

दिल्ली (ट्रे सहित) ₹438
मुम्बई ₹451
कानपुर ₹443
पंजाब-टी ₹436
लुधियाना ₹417
नागपुर ₹425
प्रयागराज ₹433
लखनऊ ₹463

धान का भाव-

टोहाना की मंडिया:

धान1121 भाव ₹3600 (हाथ से काटी गयी)
धान DP भाव ₹3250
धान 1125 भाव ₹3325
धान 1718 भाव ₹3450 (हाथ से काटी गयी)
धान1509 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) भाव ₹3195
धान1121 (हाथ से काटी गयी) भाव ₹3651
धान1718 (हाथ से काटी गयी) भाव ₹3450

नरवाना की मंडिया:

धान 1125 भाव ₹3500

सिरसा मंडी:

धान 1401 भाव ₹3185
धान 1509 भाव ₹3212

अमृतसर मंडी:

बासमती (1121 नं.) स्टीम ₹6650/₹6750
सेला ₹6000/₹6100
शरबती सेला ₹4000/₹4100
शरबती स्टीम ₹4800/₹4900
चावल 1509 सेला ₹5450/₹5550
धान शरबती ₹2150 / ₹2200
बासमती 1121 घान ₹3150/₹3250
(1509)धान ₹3000/₹3100
पीआर- 11 नं. ₹2050/₹2075

लुधियाना मंडी:

डीबी ₹5600/₹5650
शरबती स्टीम ₹5150/₹5300
चावल 1121 सेला ₹5800 / ₹5900
लालकिला ₹11600

दिल्ली की मंडिया:

बासमती लालकिला ₹11600
स्वाद ₹7500
शरबती सेला ₹4200/₹4300
स्टीम 4800/4900
(1121 नं.) चावल सेला ₹6500/₹6600
स्टीम ₹7100/₹7200
(1509 नं.) चावल सेला ₹5800/₹5900
स्टीम • ₹6200/₹6300
बासमती सामान्य ₹6900/₹7000
सोर्टेक्स ₹7300/ ₹7400
परमल कच्चा ₹2400/₹2500
ब्रोकन (25 प्रश.) ₹2275/₹2350
वंड ₹2600/₹2700
पीआर (11) सेला ₹3800/₹3850
आईआर ( 8 ) ₹2250/₹2275,

कैथल मंडी:

धान DP भाव ₹3200

चीका मंडी:

धान 1401 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) भाव ₹3260

रतिया मंडी:

धान 1401 भाव ₹3221

जुलाना मंडी:

धान1718 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) भाव ₹3361
धान1121(हाथ से काटी गयी) भाव ₹3690
धान 1718 (हाथ से काटी गयी) भाव ₹3499
धान1509 (हाथ से काटी गयी) भाव ₹3170

संगरूर मंडी :

शरबती चावल सेला ₹4100/₹4200
स्टीम ₹4800/₹4900
चावल परमल कच्चा ₹2500/₹2600
सेला ₹2400 / ₹2500

मदलौदा मंडी :

धान 1121 भाव ₹3891 धान 1718 भाव ₹3591 धान 1401 भाव ₹3352 (हाथ से काटी गयी) धान 1401भाव ₹3211 (कंबाइन द्वारा काटी गयी)

निस्सिंग मंडी :

धान 1121 भाव ₹3650/₹3400 (कंबाइन द्वारा काटी गयी)
धान 1718 भाव ₹3450/₹3250 (कंबाइन द्वारा काटी गयी)

गोहाना मंडी:

धान 1509 भाव ₹3325 (हाथ से काटी गयी)

पटियाला मंडी :

धान 1509 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) भाव ₹2900/₹3200
धान 1121 भाव ₹3500 (कंबाइन द्वारा काटी गयी)

तरावड़ी मंडी:

डीबी मुच्छल ₹3040/₹3050
बासमती (1401) ₹3100/₹3125
(1509) ₹2900/₹3000
( 1121 )₹3150/₹3350
शरबती ₹2200/₹2250
परमल ₹1800/₹1850
बासमती 1121 सेला ₹6000/₹6100
डीबी सेला ₹5800/₹5900
शरबती स्टीम 4700/4800
परमल ₹2500/₹2600
चावल ( 1509 नं. )सेला ₹5400/₹5500
(1509 नं. ) तिबार ₹3800/₹4000

नूह मंडी :

धान1718भाव ₹3300
धान 1509 भाव ₹3050

करनाल मंडी :

बासमती चावल ₹6800/₹6900
धान 1121 नं. ₹3375/₹3425
पूसा 1509 धान ₹3150/₹3225
शरबती धान ₹2250/₹2350
सेला (1509 नं.) चावल ₹5700/₹5800
सेला 1121 चावल ₹6200/₹6400
स्टीम ₹6800/₹6900
शरबती चावल सेला ₹4100/₹4300
स्टीम ₹4800/₹4900
चावल परमल कच्चा ₹2375/₹2400
सेला ₹2300/₹2350
आईआर- ( 8 ) सेला ₹2325/₹2375

फतेहाबाद मंडी भाव :

1401 धान का भाव ₹ 2700
1718 धान का भाव ₹ 2225
1509 धान का भाव ₹ 1650- ₹ 2000
PB-1 धान का भाव ₹ 2530
1122 धान का भाव ₹2585

जींद मंडी :

धान1121 भाव ₹3750(हाथ से काटी गयी)
धान1121 भाव ₹3541(कंबाइन द्वारा काटी गयी)
धान1509 भाव ₹3200(हाथ से काटी गयी)

पिहोवा मंडी:

धान DP (कंबाइन द्वारा काटी गयी) भाव ₹3211

पिल्लू खेरा मंडी :

धान1121– भाव ₹3550 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) धान 1121 — भाव ₹3799 (हाथ से काटी गयी) धान 1718 — भाव ₹3350 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) धान1718– भाव ₹3530 (हाथ से काटी गयी) धान DB — भाव ₹3225 (कंबाइन द्वारा काटी गयी) धान DB – भाव ₹3300 (हाथ से काटी गयी) धान1509 — भाव ₹3260 (हाथ से काटी गयी)

ऐलनाबाद मंडी :

धान1509 = ₹2900/₹3200

बरवाला मंडी:

धान 1121 (हाथ से काटी गयी) भाव ₹3751

रेशा का भाव –

सिवानी मंडी:

नरमा का ताजा रेट ₹8500
कपास का भाव ₹8000

सादुलशहर मंडी :

कपास देसी ₹7200
नरमा : ₹8400 से ₹8930

आदमपुर मंडी :

नरमा की बोली भाव ₹8680
देशी कपास का रेट ₹7930

सिरसा मंडी :

नरमा का भाव ₹8727
देशी कपास का रेट ₹7670

ऐलनाबाद मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8740
देशी कपास का भाव ₹7550

बरवाला मंडी :

नरमा का बोली रेट ₹8700

भट्टू मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8500
देशी कपास का भाव ₹7625

फतेहाबाद मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8451
कपास का भाव ₹7980

नोहर मंडी भाव:

नरमा का ताजा रेट ₹8572
कपास का भाव ₹8000

रावतसर मंडी :

नरमा बोली का भाव ₹8921

गोलूवाला मंडी :

नरमा का रेट- ₹8896

पदमपुर मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8900

सादुलशहर मण्डी :

नरमा का ताजा भाव ₹8931
कपास का ताजा भाव ₹7200

रावला मंडी :

नरमा का भाव ₹8950

श्री गंगानगर मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8855
देशी कपास का भाव ₹7780

श्री करणपुर मंडी :

नरमा का ताजा भाव ₹8857

रायसिंहनगर मंडी :

नरमा का भाव ₹8780

संगरिया की मंडी:

नरमा का रेट ₹8821

दालों का भाव :

सिवानी मंडी :

चना का भाव ₹4900
मुंग का रेट ₹5800
मोठ का भाव ₹6700

संगरूर मंडी :

देशी चना छना ₹6000/₹6100
दाल चना ₹6000/ ₹6200
उड़द छिलका ₹8700/₹10500
राजमां चित्रा देशी ₹9800/ ₹ 14000
चीन ₹13500/₹14800
काबली चना ₹8000/₹10400

आदमपुर मंडी :

नये ग्वार का भाव ₹6605
पुराने ग्वार का रेट ₹6820

ऐलनाबाद मंडी :

नया ग्वार का भाव ₹6400
चना का भाव ₹4700
मूंग का भाव ₹6380

नोहर मंडी :

चने का रेट ₹4802

रावतसर मंडी :

ग्वार का ताजा भाव ₹6800

गोलूवाला मंडी :

ग्वार का भाव – ₹6902
चना का भाव – ₹4685
मूंग का रेट ₹5950

पदमपुर मंडी के भाव:

मूंग का भाव ₹6390
ग्वार का भाव ₹7070

सादुलशहर मण्डी :

गुवार का रेट ₹6851
मूंग का भाव ₹6350
चना का भाव ₹4552

रावला मंडी :

मूंग का भाव ₹6950

श्री गंगानगर मंडी :

नया ग्वार का भाव ₹6569
पुराना ग्वार का भाव ₹6005
चना का भाव ₹4750
मूंग का भाव ₹6550

करनाल मंडी :

चना (छना) ₹6000/₹6100
चना दाल ₹6100/₹6200

लुधियाना मंडी:

राजमां चित्रा ₹13500 / ₹15000
अरहर दाल ₹9500/₹10000
उड़द साबुत ₹8500/₹9500
उड़द धोया ₹9200 / ₹10500
छिलका ₹8700/₹9800
दाल मसूर ₹9000/₹9900
चनादाल ₹6100/₹6400
एग्रो प्योर बेसन ( 35 किग्रा. ) ₹2420
काबली चना ₹8500/₹10500
मूंग साबुत ₹7700/₹9000
मूंग धोया ₹8500/₹9700

श्री करणपुर मंडी :

चना का भाव ₹4570
मुंग का भाव ₹6451

जलंधर मंडी :

दाल उड़द छिलका ₹8800/₹10700
चना देशी छना ₹5900/₹6150
दाल चना ₹6000/₹6200
काबली चना ₹8000/₹9800
राजमां चित्रा पुणे ₹9800/₹14000
चीन ₹11000/₹12800
शर्मिली ₹10500/₹10800

रायसिंहनगर मंडी :

चने का रेट ₹4700
मूंग का प्राइस ₹6400

दिल्ली की मंडियां

उड़द कच्चाः देशी ₹7350/₹7550
रंगून एफएक्यू ₹7050/₹7075
एसक्यू ₹7900/₹7925 उड़द छिलका (लोकल) ₹8600
धोया लोकल ₹7300/₹8800
मूंग कच्ची:दाल मूंग छिलका ₹8500/₹9200
मूंग धोया: लोकल ₹7500/ ₹8600
मसूर कच्ची:छोटी ₹7300/₹7600
मोटी विदेशी ₹7325/₹7335
देशी बिल्टी ₹7515/₹7525
दाल मसूरः लोकल ₹8600/₹8700
मलकाःलोकल ₹8400/₹8600
मोठ ₹6300/₹6800
अरहर: रंगून ₹6200/₹6300
देशी कर्नाटक ₹6500/₹6600
दाल अरहर दड़ा ₹8400/₹8500
पटका ₹8900/₹9300
चनादाल: लोकल ₹5800 ₹5850
राजमां शर्मिली ₹9700 /₹9900
काबली चना: छोटा ₹6800/₹7500
मीडियम ₹7800/₹8200
मोटा ₹8400/₹8800
लोबिया: ब्राजील ₹7400/₹7500
लाल ₹6500/₹6700
मटर: सफेद देशी ₹6800/₹6900

हापुड़ मंडी :

चना ₹5200/₹5300
चनादाल ₹6100/₹6200
काबली चना ₹7500/₹9000
राजमां देशी चित्रा ₹12000/₹13500
मटर ₹6000/ ₹6200
मटर दाल ₹6600₹/6700
अरहर लेमन ₹6600/₹6700
दाल अरहर ₹9000/₹9600
मसूर ₹7950/₹8200
उड़द देसी ₹7500/₹7600
दाल उड़द ₹8500/₹9600
धोया ₹9000/₹10000
मूंग यूपी ₹6000/₹7000
मूंग दाल ₹9000/₹10000

संगरिया की मंडी :


ग्वार का भाव ₹7060
मूंग का भाव ₹6380

देवली टोंक (राजस्थान) मंडी :

ग्वार का भाव ₹7000
उड़द का भाव ₹5550
चना के भाव ₹4600

भवानी मंडी :

चना का भाव – ₹4450
मसूर का भाव- ₹6500
उड़द का भाव- ₹5700

जोधपुर मंडी :

चना का भाव – ₹4750
मूंग का भाव- ₹7000
मोठ दाल का भाव- ₹8600
मोठ का भाव – ₹5800

उपज मंडी शामगढ़ :

चना -₹3080 से ₹4502
उड़द -₹2700 से ₹4500
अलसी- ₹7225 से –₹7225
मसूर — ₹6000 से –₹6201

केकडी मंडी:

चना का भाव – ₹4700
उड़द के भाव – ₹7300
मुंग का भाव – ₹6800
ग्वार का भाव – ₹6300

अनाज का भाव :

सभी मूल्य ₹ / क्विंटल में

सिवानी मंडी :

सरसों का ताजा भाव ₹7575
गेहूं का भाव ₹1950
बाजरा का भाव ₹1560
तारामीरा ₹6400

सादुलशहर मंडी :

सरसों ₹7500
चना : ₹4550
मूंग : ₹5300-₹6650
गेहूं दड़ा ₹1921
गेहूं (1482) ₹2190

समालखा मंडी :

खल सरसों ( हिसार वाली ) ₹3300/₹3400
खल बिनौला ( कैथल वाली ) ₹3300/₹3500
गुड़ ₹3800/₹4000

खन्ना मंडी :

गेहूं ₹2050/₹2060
आटा (50 किलो) ₹1100
मैदा ₹1200
चोकर (45 किग्रा) ₹4900
चोकर (30 किग्रा) ₹600
मक्की बिहार ₹1935/₹1950

जलंधर मंडी :

गेहूं दड़ा ₹2170/ ₹2180
चावल परमल कच्चा ₹2475/₹2600
सेला ₹2400 / ₹2500
मक्की यूपी ₹1940/₹1950
एमपी ₹1950 / ₹1960

सिरसा मंडी :

सरसों का भाव ₹7365

हापुड़ मंडी :

गेहूं ₹2080/₹2085
चावल परमल ₹2300/₹2400
डुप्लीकेट बासमती सेला ₹5500/₹5600
बासमती 1121 स्टीम ₹6400/₹6500

ऐलनाबाद मंडी :

सरसों का भाव ₹7400
बाजरी का रेट ₹1560
कनक ₹1900 / ₹1965
मूंगफली ₹5100

बरवाला मंडी :

सरसों का भाव ₹7500
बजरी का रेट ₹1570

भट्टू मंडी:

सरसों रेट ₹7545

नोहर मंडी:

सरसों का भाव आज ₹7300
तारामीरा भाव ₹6244
देशी मूंगफली भाव ₹5574

आदमपुर मंडी :

चना रेट ₹4650 से ₹4994
मूंग का भाव ₹6600

गोलूवाला मंडी :

सरसों का भाव- ₹7381
गेहूँ का रेट-₹1887
खल बिनोला- ₹3300

पदमपुर मंडी :

सरसों का भाव ₹7242

सादुलशहर मण्डी :

सरसों का भाव ₹7500
जौ का भाव ₹2050
गेहूं दडा ₹1921

रावला मंडी :

सरसों का भाव ₹7640

संगरूर मंडी :

गेहूं ₹2165/₹2170
आटा (50 किलो) ₹1180/₹1190
मैदा (50 किलो) ₹1240/₹1250
सूजी (50 किलो) ₹1320/₹1330
सेला ₹6200/₹6300
स्टीम₹6600/₹6700

श्री गंगानगर मंडी :

गेहूं का भाव 2018 रुपये
सरसों का भाव 7451

श्री करणपुर मंडी :

सरसों का भाव 7556

रायसिंहनगर मंडी:

सरसों का भाव ₹7491

संगरिया की मंडी :

सरसों का भाव 7442
कनक का भाव 1935

दिल्ली की मंडिया :

गेहूं: एमपी देशी ₹2950/₹3100
दड़ा ( मिल पहुंच) ₹2180/₹2185
चक्की (पहुंच) ₹2188/₹2190
आटा चक्की (10 किलो) ₹265/₹275
रोलर फ्लोर मिल आटा (50 किलो) ₹1185/₹1195
मैदा (50 किलो) ₹1225/₹1235
सूजी (50 किलो) ₹1275/₹1295
चोकर (48 किलो )₹975/₹985

देवली टोंक (राजस्थान) मंडी :

सरसों का भाव ₹7950
गेहूं का रेट ₹1950
जौ का रेट ₹2111
मक्का का भाव ₹2260
बाजरा का रेट ₹1823
ज्वार का रेट ₹2100

भवानी मंडी :

सोयाबीन का भाव- ₹5700
मेथी का भाव – ₹6500
सरसों का भाव- ₹7400

केकडी मंडी :


गेहूँ का भाव- ₹1915
मक्का का भाव- ₹ 2350
बाजरा का भाव – ₹1440
ज्वार का भाव – ₹2600
ग्वार का भाव – ₹6300
सरसों का भाव ₹- 7700

समूह:फल Group:Fruits

सभी मूल्य ₹ / किलोग्राम में

सेब
गुरुग्राम ₹60 ₹80 ₹70
नारायणगढ़ ₹18 ₹42 ₹32
रोहतक ₹20 ₹60 ₹40
केला
गुरुग्राम ₹20 ₹35 ₹27.5
कालांवाली ₹18 ₹20 ₹20
शहजादपुर ₹20 ₹20 ₹20
अंगूर
नारायणगढ़ ₹95 ₹200 ₹120
अमरुद
नारायणगढ़ ₹50 ₹50 ₹50
किन्नू
नारायणगढ़ ₹15 ₹15 ₹15
मौसंबी
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
गुरुग्राम ₹25 ₹35 ₹30
नारायणगढ़ ₹27 ₹33 ₹30
सढौरा ₹30 ₹30 ₹30
शहजादपुर ₹30 ₹30 ₹30
संतरा
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
रोहतक ₹15 ₹25 ₹20
अनार
गुरुग्राम ₹80 ₹100 ₹90
नारायणगढ़ ₹60 ₹60 ₹60
रोहतक ₹40 ₹80 ₹60

समूह: मसाले Group:Spices

सभी मूल्य ₹ / किलोग्राम में

लहसून
नारायणगढ़ ₹40 ₹40 ₹40
सूखा अदरक
नारायणगढ़ ₹13 ₹25 ₹16
शहजादपुर ₹18 ₹25 ₹25

समूह:सब्जियांGroup:Vegetables

सभी मूल्य ₹ / किलोग्राम में
कच्चा केला
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
नारायणगढ़ ₹12 ₹12 ₹12
भिन्डी
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
गुरुग्राम ₹10 ₹15 ₹12.5
नारायणगढ़ ₹15 ₹20 ₹17
सढौरा ₹20 ₹20 ₹20
शहजादपुर ₹20 ₹20 ₹20
करेला
गुरुग्राम ₹12 ₹16 ₹14
नारायणगढ़ ₹25 ₹25 ₹25
सढौरा ₹20 ₹20 ₹20
घीया
गुरुग्राम ₹10 ₹15 ₹12.5
नारायणगढ़ ₹12 ₹25 ₹18
रोहतक ₹8 ₹15 ₹10
सढौरा ₹15 ₹15 ₹15
शहजादपुर ₹10 ₹12 ₹12
बैंगन
बरवाला ₹16 ₹20 ₹18
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
गुरुग्राम ₹10 ₹20 ₹15
जाखल ₹20 ₹20 ₹20
नारायणगढ़ ₹8 ₹15 ₹12
रोहतक ₹5 ₹15 ₹10
सढौरा ₹10 ₹15 ₹12
शहजादपुर ₹6 ₹15 ₹15
बंद गोभी
गुरुग्राम ₹10 ₹14 ₹12
नारायणगढ़ ₹10 ₹12 ₹11.5
रोहतक ₹8 ₹15 ₹10
सढौरा ₹15 ₹20 ₹18
शिमला मिर्च
नारायणगढ़ ₹25 ₹65 ₹40
शहजादपुर ₹50 ₹50 ₹50
गाजर
गोहाना ₹20 ₹40 ₹20
जाखल ₹35 ₹35 ₹35
फूल गोभी
बरवाला ₹30 ₹40 ₹35
नारायणगढ़ ₹16 ₹30 ₹25
रोहतक ₹15 ₹30 ₹20
सढौरा ₹30 ₹45 ₹38
शहजादपुर ₹30 ₹40 ₹30
अरबी
शहजादपुर ₹15 ₹15 ₹15
हरा धनिया
नारायणगढ़ ₹25 ₹40 ₹30
खीरा
बरवाला ₹20 ₹22 ₹21
गुरुग्राम ₹10 ₹15 ₹12.5
नारायणगढ़ ₹12 ₹18 ₹14
रोहतक ₹5 ₹10 ₹7
सढौरा ₹15 ₹15 ₹15
शहजादपुर ₹15 ₹25 ₹16
फ्रास बीन
नारायणगढ़ ₹20 ₹20 ₹20
हरी मिर्च
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
नारायणगढ़ ₹14 ₹25 ₹20
सढौरा ₹20 ₹25 ₹22
शहजादपुर ₹15.7 ₹20 ₹20
पत्ते वाली सब्जियां
शहजादपुर ₹8 ₹20 ₹8
नींबू
नारायणगढ़ ₹20 ₹30 ₹24
शहजादपुर ₹20 ₹30 ₹30
मेथी
नारायणगढ़ ₹30 ₹30 ₹30
प्याज
बरवाला ₹25 ₹25 ₹25
गुरुग्राम ₹25 ₹35 ₹30
जाखल ₹32 ₹32 ₹32
नारायणगढ़ ₹18 ₹30 ₹26
रोहतक ₹15 ₹25 ₹20
सढौरा ₹28 ₹30 ₹29
शहजादपुर ₹22 ₹30 ₹30
मटर
नारायणगढ़ ₹40 ₹60 ₹48
आलू
बरवाला ₹9 ₹12 ₹10.5
गोहाना ₹7 ₹12 ₹7
गुरुग्राम ₹14 ₹18 ₹16
जाखल ₹12 ₹12 ₹12
नारायणगढ़ ₹6 ₹11.5 ₹9
रोहतक ₹5 ₹10 ₹7
सढौरा ₹10 ₹12 ₹11
शहजादपुर ₹6 ₹13 ₹6
कद्दू
बरवाला ₹8 ₹10 ₹9
नारायणगढ़ ₹5 ₹12 ₹8
रोहतक ₹3 ₹8 ₹5
सढौरा ₹3 ₹3 ₹3
मूली
गोहाना ₹10 ₹12 ₹10
जाखल ₹8 ₹8 ₹8
नारायणगढ़ ₹5 ₹7 ₹6
सढौरा ₹10 ₹12 ₹11
शहजादपुर ₹10 ₹15 ₹15
पालक
गुरुग्राम ₹14 ₹16 ₹15
नारायणगढ़ ₹7 ₹15 ₹12
टमाटर
बरवाला ₹30 ₹35 ₹32.5
गोहाना ₹35 ₹40 ₹35
गुरुग्राम ₹25 ₹35 ₹30
जाखल ₹44 ₹44 ₹44
नारायणगढ़ ₹18 ₹30 ₹22
रोहतक ₹15 ₹40 ₹25
सढौरा ₹35 ₹40 ₹38
शहजादपुर ₹25 ₹35 ₹30

निवेदन नोट

किसान भाईयों इस लेख में बताई गयी सभी सूचनाएं हमने विभिन्न स्त्रोतों से एकत्रित की हैं और आप इन्हें केवल सांकेतिक ही समझें और अपनी समझ बूझ से ही इनका उपयोग करें । आप सभी व्यावसायिक निर्णय अपनी जांच पड़ताल करके ही लें । हमारा उद्देश्य सिर्फ आपको जागरूक करना है हम आपको हुए किसी प्रकार के लाभ और हानि की कोई गारंटी या जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।

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