प्रधानमन्त्री सम्मान निधि के पंजीकरण में राशनकार्ड नंबर देना होगा अनिवार्य
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने को अब केंद्र सरकार ने राशनकार्ड नंबर अनिवार्य कर दिया है। ताकि पति व पत्नी में से एक को ही सम्मान निधि का लाभ मिल सके। नई व्यवस्था के तहत शुरू हुए सम्मान निधि के नए पंजीकरण प्रक्रिया में बिना राशनकार्ड नंबर के पंजीकरण पर रोक लगा दी गई है।
इतना ही नहीं किसानों की सहूलियत की खातिर अब पंजीकरण के बाद कागजात व घोषणा पत्र की हार्डकॉपी जमा करने के लिए कृषि विभाग के कार्यालय के चक्कर भी नहीं काटने होगे। क्योंकि पंजीकरण के समय ही खतौनी, आधार व पास बुक की फोटो की पीडीएफ फाइल ऑनलाइन अपलोड करना होगा।
नए किसानों का पंजीकरण शुरू हुआ है तो केंद्र सरकार ने नई व्यवस्था शुरूकी है । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पंजीकरण के लि राशनकार्ड का नंबर अनिवार्य किया गया है। अब इसके बिना किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना तो दूर पंजीकरण भी नहीं हो सकेगा खतौनी, आधार कार्ड व बैंक पास बुक तथा घोषण पत्र की हार्ड कॉपी जमा करने के लिए कृषि विभाग के कार्यालय आने से छुट्टी मिलेगी। अब पंजीकरण के समय ही पीडीएफ फाइल में किसानों के अभिलेख का ब्यौरा अपलोड होगा ताकि जरूरत पड़ने पर ऑनलाइन उसकी जांच की जा सके।
हरियाणा कृषि विश्वविधालय में उपलब्ध जौ और गेहूं के बीजों की उपलब्धता और मूल्य
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कपास कब तक होगी $140 के पार ? Financial Hub
किसान और व्यापारी साथियों आप सभी के दिल और दिमाग में कपास की कीमतें को जानने उत्सुकता है! आप सभी इस उम्मीद में है, इस साल पहले कपास की बुआई में कमी से आप सभी खुश थे की भाव अच्छा रहेगा, उस पर पानी फेरने का काम कपास की खरब फसल ने कर दिया और अब किसान को उम्मीद है। जो नुकसान हुआ है, उस की भरपाई कपास की कीमतें करे।
क्या सच में कीमतें $140 के पार जा रही है? कितना समय लगेगा? अब ये सवाल आप सभी के मन मे है ! दोस्तो इस से पहले कपास की कीमतें साल 2010 में भी $140 के पार जा चुकी है। उस समय पर कपास की कीमतें $100 के ऊपर जाने के बाद 3 महीने का समय लगा था। इस लिहाज से इस बार भी कम से कम 3 महीने का समय लग सकता है! यदि कीमतें फिर से साल 2021 मे तीन महीनों में पार होती हैं तो इस भी कीमतें उपर नहीं रुक रही है अगली साल कपास की बुआई का कोई फायदा, लम्बे समय तक नही होने वाला है! एक बार नई तरीके से चार्ट पर समय की गणना करता हूं, यदि कपास $97 के नीचे नही गिरती है तो इसे पूरा अधिक तम 9 महीना लगना चाहिए। यदि 9 महीन लगता है। तो कपास किसान के लिए सोने का काम करेंगी। इस स्थिति में किसानों को अगले साल के लिया भी कपास की खेती को करना चाहिए।
कपास को पहले $97 उस के बाद $114 और उस के बाद सीधी $155 तक जाएगी। अगला भाव की कीमतों का अनुमान जब आएगा जब हम किसी भी महीने के अन्त तक हम $114 के ऊपर या $97 के नीचे बंद होते है।
नई समय की गणना भी तभी होगी जब हम $114 के ऊपर जा के किसी भी महीने बंद होंगे। साथ ही हमारा मानना है कपास में गिरावट अभी नहीं दिखती है। जब तक हम $97 से ऊपर है। धन्यवाद
किसान और व्यापारी साथियों काम अपने विवेक से करे।
दिल्ली के मंडी भाव
अनाज
गेहूं: एमपी देशी 2950/3050, दड़ा ( मिल पहुंच) 2155/2160, चक्की (पहुंच) 2163/2165, आटा चक्की (10 किलो) 260/270, रोलर फ्लोर मिल आटा (50 किलो) 1190/1200,
मैदा (50 किलो) 1230/1240,
सूजी (50 किलो) 1280/1300,
चोकर ( 48 किलो )970/980,
चावल: बासमती लालकिला 11600, स्वाद 7500, शरबती सेला 3900/4000, स्टीम 4600/4700, (1121 नं.) चावल सेला 5900/6000, स्टीम 6600/6700, (1509 नं.) चावल सेला 5400/5500, स्टीम 6300/6400, बासमती सामान्य * 6300/6400, सोटॅक्स 6800/6900, परमल कच्चा 2400/2500, ब्रोकन ( 25 प्रश.) 2250/2300, वंड 2600/2700, पीआर (11) सेला 3800/3800, आईआर ( 8 )2200/2250,
बाजरा: कैटलफीड 1550/1600,
ज्वार: पीली 2000/2200, सफेद 3200/3300,
मक्कीः यूपी 1885/1890, बिहार 1915/1920,
जौ: 2025/2100,
दाल
उड़दकच्चाः देशी 7500/7800, रंगून एफएक्यू 7175/7200, एसक्यू 8175/8200,दाल उड़द छिलका (लोकल) 8800/9100, धोया लोकल 7700/9100, मूंग कच्ची: राजस्थान 5500/7400, यूपी-एमपी 6800/7500, दाल मूंग: छिलका 8400/9200, मूंग धोया: लोकल 7800/8600, मसूर कच्ची: छोटी 7600/7900, मोटी विदेशी 7525/7550, देशी बिल्टी 7750/7760, दाल मसूर: लोकल 8900/9000, मलका: लोकल 8600/9000, मोठ 6300/6800, अरहर रंगून 6450/6550, देशी कर्नाटक 6800/6850, दाल अरहर: दड़ा 8700/9100, पटका 9400/9800, चना ( खड़ी मोटर) राजस्थान 5300/5325, चनादालः लोकल 5950/5975,
बेसन ( 35 किलो) (जीएसटी अतिरिक्त): एग्रोप्योर 2410,
राजमां चित्राः चीन 12000/14200, ब्राजील 14200/14700, पुणे 9800/14000, राजमां शर्मिली 9600/9800,
काबली चना: छोटा 6800/7800, मीडियम 8200/8400, मोटा 8600/8900,
लोबिया: ब्राजील 7600/7800, लाल 6700/6900,
मटर: सफेद देशी 6600/6800
तिलहन और तेल
तिलहन: सरसों 7950/8000,
पुराना बारदाना 3100/3150, नया 3150/3200,
बिनौला 3150/3400, डिऑयल्ड एक्सट्रेक्शन (टन): राइसब्रान कंटीन्यूस 12000/12100, सरसों 24000/24100,
सोयाबीन पीला 44000/46000,
सूरजमुखी 25500/25600
मूंगफली (40-45%) 34000/35000,
राईसब्रान ( प्रति यूनिट ) 133/134
खाद्य तेल ( जीएसटी अतिरिक्त )
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड (टीन) 2800/2850,
सरसों तेल (टीन) 2450/2600
सरसों एक्सपेलर 16600,
तिल तेल 15500,
सोयाबीन रिफाइंड मिल डिलीवरी 12850,
सोया तेल डिगम्ड 12500, (टीन) 2200/2300,
सनफ्लावर 2450/2500,
बिनौला मिल डिलीवरी 13350,
चावल तेल पंजाब 11400,
गोला तेल (टीन) 3000/3100,
अखाद्य तेल
राइस फैट्टी 9150/9200, एसिड ऑयल 7950/8000, अरंडी 13600/13700
मेवा : (जीएसटी अतिरिक्त ) (प्रति 40 किलो )
किशमिश: इंडियन पीली 7700/8100, इंडियन हरी 9000/11800, कंधारी 15800/22700, रंगा 10800/11300,
बादामः गुरबंदी 14000/14300, कैलिफोर्निया 18500/18600, बादामगिरी (किलो): कैलिफोर्निया 630/640, गुरबंदी 590/600,
पिस्ता (किलो): ईरानी 1050/1150, हैराती 1550/1600, पेशावरी 1850/1950, पिस्ता डोडी रोस्टिड 800/810,
अंजीर: सामान्य 18500/20000, मीडियम 27500/28500, सक्करपारा: 8500/12000, आबजोश 18500/29000,
छुहारा (क्विं.): लाल काजू गिरी (किलो): 10000/18000, रंगकाट 14000/20000, ( 320 नं.) 760/770,
चिलगोजा रोस्टिड (किलो) 3050, अखरोट (किलो) 350/450, गिरी (किलो) 825/1075, गोला ( क्विं. )( कट्टे में ) 20000/21000, ( गत्ता बॉक्स में) 21500/22500, गोला बुरादा ( 25 किलो) सामान्य 4300/4350
किराना (जीएसटी अतिरिक्त)
कालीमिर्च (किलो): मरकरा 445/450, एटम 11.5 नं. 480/490, एटम-12 नं. 565/575,
इलायची बड़ी (किलो): झुंडीवाली 680/720, कैंचीकट 750/790,
इलायची छोटी (किलो): मुंहखुला 1050/1150, साढ़े छह एमएम 1000/1100, साढ़े सात एमएम 1250/1300, आठ एमएम 1550/1600,
लौंग (किलो) 680/700
दालचीनी 270/275
जायफल (किलो) 680/705
जावित्री (किलो): लाल 1750/1775, पीली 1850/1875
केसर (प्रति ग्राम) ईरानी 90/95, कश्मीरी 105/115
शहरों में कृषि भूमि को चिन्हित करने के लिए लगेगी बड़ी स्टैंप
हरियाणा के शहरी इलाको में जहां 7ए लागू है वहां पर राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि को चिन्हित करने के लिए बड़ी स्टैंप लगाई जाएगी ताकि रजिस्ट्री के समय उसकी पहचान आसानी से की जा सके और उसकी रजिस्ट्री प्लाट के तौर पर ना हो ।
हरियाणा की विभिन्न मंडियों के भाव
तरावड़ी
धान: डीबी मुच्छल 3160/3200, बासमती (1401) 3200/3275, (1509) 3050/3160, ( 1121 )3250/3450, शरबती 2200/2250, परमल 1950/2000, चावल: बासमती 1121 सेला 6000/6100, डीबीसेला 5800/5900, शरबती स्टीम 4800/4900, परमल 2550/2650, चावल (1509 नं. )सेला 5700/5800, (1509 नं.) तिबार 3400/3900
पानीपत
कॉटनयार्न (5 किग्रा): हैंकयार्न: 2/4 नं. 420/430, 2/6 नं. 480/520, 2/10 नं. 590/620, 2/20 नं. 860/910, कोन यार्न: 2/4 नं. 430/440, 2/6 नं. 475/520, 2/10 नं. 600/630, 2/20. 860/915
समालखा
खल सरसों ( हिसार वाली ) 3400/3475, खल बिनौला ( कैथल वाली) 3675/4000, गुड़ 3725/3775, 1509 नं. 2800/3000
ऐलनाबाद
सरसों (ढेरी) 7100/7200, गेहूं 1900/1920, ग्वार 5750/5850, चना 5200/5225, कपास नरमा 7000/7200
करनाल
गेहूं दड़ा 2100/2105, बासमती चावल 6500/6700, धान 1121 नं. 3200/3300, पूसा 1509 धान 3000/3060, शरबती धान 2100/2200, सेला (1509 नं.) चावल 5400/5500, सेला 1121 चावल 6000/6100, स्टीम 6500/6600, शरबती चावल सेला 3950/4150, स्टीम 4700/4800, चावल परमल कच्चा 2350/2450, सेला 2300/2350, आईआर- ( 8 ) सेला 2300/2350, चना ( छना) 6150/6325, चना दाल 6200/6400
उत्तर प्रदेश की हापुड़ मंडी के भाव
अनाज
गेहूं 2065/2070, चावल परमल 2300/2400, डुप्लीकेट बासमती सेला 5500/5600, बासमती 1121 स्टीम 6300/6400,
दाल
चना 5900/6000, चनादाल 6200/6400, काबली चना 7500/9400, राजमां देशी चित्रा 12000/13500, मटर 6000/6200, मटर दाल 6600/6700, अरहर लेमन 6700/6800, दाल अरहर 8800 / 9700, मसूर 7900/8200, उड़द देसी 7300/7600, दाल उड़द 8500/9600, धोया 8800/9800, मूंग यूपी 6500/6700, मूंग दाल 9000/10000,
गुड़ चीनी
चीनी हाजिर 3950/4050, गुड़ ( प्रति 40 किलो) बाल्टी 1200/1250,
तिलहन
सरसों ( 42 प्रतिशत कंडी.) 7950/8000,
खल
सरसों 3250/3350, बिनौला 3450/3550, चना छिलका 2400/2450, चोकर मोटा ( 34 किलो) 660/670
मंडी आदमपुर
नरमा बोली 8025
जुलाना
धान 1509 हाथ से कटा हुआ 2931 रुपये/क्विंटल
गोहाना
धान 1509 हाथ से कटा हुआ 2952 रुपये/क्विंटल
रोहतक
धान 1509 हाथ से कटा हुआ 3071 रुपये/क्विंटल
धान 1509 कम्बाइन कटा हुआ 2811 रुपये/क्विंटल
बेरी मंडी
धान 1509 हाथ से कटा हुआ 3181 रुपये/क्विंटल
पंजाब के मंडी भाव
खन्ना
जीएसटी अतिरिक्त ( प्रति क्विं.)
राइसब्रान (खाद्य ) ( प्रति प्वाइंट )165, राइसब्रान (अखाद्य ) 160, खल सरसों 3050, डीओसी: राइसब्रान बैच सफेद 800, कंटीन्यूअस 800, सरसों (टन) 23000,
अनाज
गेहूं 2040/2050, आटा ( 50 किलो) 1155, मैदा 1220, चोकर (45 किग्रा) 900, चोकर ( 30 किग्रा) 560, मक्की बिहार 1925/1930
लुधियाना
दाल-दलहन
राजमां चित्रा 13000/15000, अरहर दॉल 9600/10000, उड़द साबुत 8500/9500, उड़द धोया 9000/10500, छिलका 8600/9800, दाल मसूर 9000/9700, चनादाल 6200/6400, एग्रो प्योर बेसन ( 35 किग्रा. )2410, काबली चना 8400/10700, मूंग साबुत 8000/9000, मूंग धोया 8600/9700, चावल: डीबी 5600/5700, शरबती स्टीम 5150/5300, चावल 1121 सेला 5800/6000, लालकिला 11600,
तेल
बिनौला 13800, चावल तेल 12100, सरसों 17300, खलः सरसों 3300/3350, बिनौला 3750/3850, डीओसी: मूंगफली 34300,
किराना
जीरा 14800/16500, धनिया 8000/8800, हल्दी 8800/9500, केसर प्रति ग्राम कश्मीरी 105/115
अमृतसर
चावल
बासमती ( 1121 नं.) स्टीम 6700/6800, सेला 6000/6100, शरबती सेला 4000/4100, शरबती स्टीम 5200/5250, चावल 1509 सेला 5600/5700,
धान
शरबती 2250/2300, बासमती 1121 धान 3300/3350, धान (1509) 3100/3200, पीआर- 11 नं. 2050/2100,
देशी चना 5750/5950, चनादाल 6400/6500,
गुड़ ( क्विं ): लड्डू मंगलौर 4050/4450, देशी पंजाब 4250/4400, शक्कर देश 4400/4500, बूरा खांड 4200/4300
संगरूर
गेहूं 2120/2140, आटा (50 किलो) 1190/1200, मैदा (50 किलो) 1250/1260, सूजी (50 किलो) 1325/1335,
चावल बासमती सेला 6200/6300, स्टीम 6700/6800, शरबती चावल सेला 4100/4200, स्टीम 4800/4900, चावल परमल कच्चा 2500/2600, सेला 2400/2500,
देशी चना छना 6250/6300, दाल चना 6175/6400, उड़द छिलका 8900/10600, राजमां चित्रा देशी 9800/14000, चीन 13500/14800, काबली चना 8000/10400,
किराना: जीरा 15500/17300, धनिया 8200/9800, लालमिर्च गुंटूर 341 नं. 16000/16500, तेजा 18500/20500, हल्दी इरोड़ गट्ठा 8000/8100, निजामाबाद फली 9000/9100,
मेवा (किलो): काजू: (320 नं.) 970/980, गोला 21500/24000/
जालंधर
गेहूं दड़ा 2160/2170, चावल परमल2475/2600, सेला 2400/2500, मक्की यूपी 1930/1940, एमपी 1940/1950,
दाल उड़द छिलका 9300/11000, चना देशी छना 6200/6300, दाल चना 6200/6300, काबली चना 8000/9800, राजमां चित्रा पुणे 9800/14000, चीन 11000/12800, शर्मिली 10500/10600,
किराना: जीरा 15500/17400, धनिया 8300/9800, लाल मिर्च गुन्टूर- ( 334 नं. ) 16000/16500, तेजा 21500/23500, हल्दी इरोड गट्ठा 7800/7900, निजामाबाद 8800/9000,
मेवा (किलो): काजू: (320 नं.) 1020/1040, मखाना 550/725, गोला 22000/24000
रूई बाजार
जैतो पंजाब जे 34 रोलर रूई 6240-6270 रुपए मन,
हरियाणा जे 34 रोलर रूई 6215-6225 रुपए मन,
राजस्थान जे 34 रोलर रूई 6250-6280 रुपए मन, खैरथल सर्कल रूई 58,000 59,000 रुपए कैंडी, एम.सी.एक्स.
नई काटन सीड (बिनौला ) 3700-3800 रुपए क्विंटल, कपास नरमा आवक 28000 गांठ, बढ़िया कपास 7500-8040 रुपए प्रति क्विंटल। कोम्बर पंजाब 91-92 रुपए, राजस्थान 88 रुपए, गुजरात 88-89 रुपए व हिमाचल प्रदेश 91 रुपए ( प्रति किलो) रहा।
कमोडिटी के अनुसार भाव
समूह:अनाज Group:Cereals
शमशेर कुण्डू की रिपोर्ट
धान-1509
ऐलनाबाद ₹2982
रोहतक ₹3075
सिरसा ₹3066
कोट ₹3075
बेरी ₹3100
गोवधर्न ₹2751
धान (कंबाइन द्वारा काटी गयी)
नरेला ₹2800
समालखा ₹2861
जुलाना ₹2931
हांसी ₹2915
गोहाना ₹3152
जींद ₹2880
पलवल ₹2891
मतलोडा ₹2870
टोहाना ₹3025
खैर ₹2600
धान (हाथ से काटी गयी)
नरेला ₹3000
जुलाना ₹2931
गोहाना ₹2952
समालखा ₹2861
हांसी ₹3066
मतलोडा ₹3129
धान Pb-1
सिरसा ₹2875
सरसों
पदमपुर ₹7226
बीकानेर ₹7100
भवानी ₹7200
नोहर ₹7200
सादुलशहर ₹7346
देवली ₹7700
रायसिंहनगर ₹7425
ऐलनाबाद ₹7111
श्रीगंगानगर ₹7540
भट्टू ₹7550
आदमपुर ₹7500
सिवानी ₹7325
ग्वार
सिवानी ₹5950
पदमपुर ₹5951
बीकानेर ₹5850
देवली ₹5400
सादुलशहर ₹5881
रायसिंहनगर ₹6005
ऐलनाबाद ₹6970
श्रीगंगानगर ₹5791
आदमपुर ₹5336
चना
ऐलनाबाद ₹4831
केकड़ी ₹4800
सादुलपुर ₹5000
भवानी ₹4600
बीकानेर ₹4950
देवली ₹4600
सादुलशहर ₹4590
रायसिंहनगर ₹4850
नोहर ₹4940
सिवानी ₹5100
गेहूँ
नोहर ₹1950
केकड़ी ₹1925
सादुलपुर ₹2000
ऐलनाबाद ₹1930
देवली ₹2040
सादुलशहर ₹1900
पदमपुर ₹1946
श्रीगंगानगर ₹2201
जौ
नोहर ₹2100
देवली ₹2150
सिवानी ₹2035
बाजरा
सादुलपुर ₹1500
बरवाना ₹1492
बीकानेर ₹1500
देवली ₹1665
ऐलनाबाद ₹1550
मूंगफली
बीकानेर ₹5200
नोहर ₹5040
ऐलनाबाद ₹4747
अरंडी
नोहर ₹5840
समूह: रेशा Group: Fiber
सभी मूल्य ₹ / क्विंटल में
नरमा
उचाना ₹8115
आदमपुर ₹7934
सिरसा ₹7951
ऐलनाबाद ₹7950
फतेहाबाद ₹8040
रावतसर ₹8250
हनुमानगढ़ ₹8100
भट्टू ₹8020
सादुलशहर ₹8121
रायसिंहनगर ₹8211
कलायत ₹8133
नोहर ₹8071
भुना ₹8235
नरवाना ₹7950
रतिया ₹7590
पदमपुर ₹8430
श्रीगंगानगर ₹7765
बरवाना ₹8205
सिवानी ₹8282
सगंरिया ₹7861
कपास
सिवानी ₹7350
सिरसा ₹7171
सादुलशहर ₹6500
नोहर ₹7100
बरवाना ₹7300
ऐलनाबाद ₹6970
श्रीगंगानगर ₹6700
फतेहाबाद ₹7275
आदमपुर ₹7100
समूह:दालें Group: Pulses
सभी मूल्य ₹ / क्विंटल में
मूंग
पदमपुर ₹6400
देवली ₹6000
केकड़ी ₹6800
सादुलशहर ₹6400
नोहर ₹6550
रायसिंहनगर ₹6600
ऐलनाबाद ₹6600
सिवानी ₹6100
मोठ
सादुलपुर ₹7000
सिवानी ₹6500
नोहर ₹7771
तारामीरा
सिवानी ₹6500
समूह:फल Group:Fruits
काजल बिष्ट की रिपोर्ट
सभी मूल्य ₹ / किलोग्राम में
सेब
ढांड ₹42 ₹52 ₹48
पेहोवा ₹48 ₹57 ₹49
केला
ढांड ₹20 ₹22 ₹21
मौसंबी
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
संतरा
गोहाना ₹30 ₹35 ₹30
समूह:सब्जियां Group:Vegetables
सभी मूल्य ₹ / किलोग्राम में
कच्चा केला
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
भिन्डी
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
बैंगन
गोहाना ₹18 ₹20 ₹18
खीरा
गोहाना ₹8 ₹10 ₹8
नींबू
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
प्याज
ढांड ₹32 ₹35 ₹34
गोहाना ₹25 ₹30 ₹25
आलू
ढांड ₹9.5 ₹10 ₹10
गोहाना ₹7 ₹10 ₹7
पेहोवा ₹6 ₹8 ₹8
टमाटर
गोहाना ₹30 ₹40 ₹30
तामिलनाडू में होंगे सहजन की खेती से किसानों के वारे न्यारे
सात जिले बनेंगे ड्रम स्टिक (सहजन फली) निर्यात जोन
तमिलनाडु में 5 सालों में 40 हजार करोड़ के निर्यात का लक्ष्य
सहजन फली (ड्रमस्टिक) तमिलनाडु के किसानों पर अमृत वर्षा कर सकती है। राज्य से अगले 5 सालों में करीब 40 हजार करोड़ के निर्यात का अनुमान है। सरकार इस लक्ष्य के लिए सात जिलों को निर्यात जोन में चिन्हित कर चुकी है। विश्व में ड्रमस्टिक उत्पादन में भारत अव्वल है। अमरीका में इसे सुपरफूड का दर्जा प्राप्त है। तमिलनाडु के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी इसकी खेती हो रही है।
सहजन निर्यात जोन
सरकार ने तमिलनाडु के सात जिले तेनी, मदुरै, दिंडीगुल, तुत्तुकुड़ी, अरियलूर, तिरुपुर और करूर को ड्रमस्टिक निर्यात जोन घोषित किया है। इसके लिए मदुरै में एक करोड़ की लागत से स्पेशल एक्सपोर्ट फेसिलेटेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा। स्थानीय किसान विश्वभर में इसकी मांग से बेखबर हैं। निर्यात जोन की स्थापना से वे इस बारे में शिक्षण प्रशिक्षण हासिल करेंगे।
30 से अधिक उत्पाद
दी एग्रोफूड चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एस. रत्नवेलू के अनुसार सहजन फली से 30 से अधिक संवर्द्धित उत्पादों का निर्माण होता है। तमिलनाडु के उक्त सात जिले राज्य के कुल रकबे की 93 फीसदी की आपूर्ति करते हैं।
सहजन फली
2025 तक ड्रम स्टिक का कारोबार 70 हजार करोड़ होने की संभावना
कुल आपूर्ति का 80 प्रतिशत भारत से भारत में 1 लाख एकड़ में उत्पादन
देश में उत्पादित फली का 70 हिस्सा तमिलनाडु से आता है।
निर्यात जोन किसानों के लिए फायेदमंद साबित होगा। फसल की अनुरक्षण लागत नहीं के बराबर है तथा साल में दो बार इसकी उपज होती है।
एंटी ऑक्सीडेंट गुण के साथ यह शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को भी बढ़ाता है। खून में कमी जैसे विकार को दूर करने में कारगर है।
40 हजार करोड़ का निर्यात
अगले पांच सालों में तमिलनाडु से सहजन फली के निर्यात से 40 हजार करोड़ की विदेशी मुद्रा अर्जित की जा सकती है। मौजूदा 30 एकड़ के रकबे को बढ़ाकर 50 हजार करना होगा। फली से विकसित उत्पादों की नॉर्थ अमरीका, यूरोप, खाड़ी देशों और चीन में बड़ी मांग है।
बुलंदशहर उत्तरप्रदेश के किसान सिंघाड़ा की खेती से कर रहे हैं अच्छी कमाई
किसान किशन कश्यप और विनोद कुमार ने की शुरुआत
उत्तरप्रदेश के बुलन्दशहर के अहमदगढ़ गाँव की पहचान अब सिंघाड़ा उत्पादक गांव के रूप में होने लगी है। यहां किसानों ने बड़े स्तर पर सिघाड़े की खेती को अपने खेतों में जगह देकर अपनी अर्थव्यवस्था को भी मजबूत किया है। अहमदगढ़ निवासी प्रगतिशील किसान किशन कश्यप और विनोद कुमार ने एक दशक पहले सिघाड़े की खेती की शुरुआत की थी।
पूरे गाँव ने अपना ली है सिंघाड़े की खेती
उपजाऊ जमीन पर सिघाड़े की खेती शुरू की थी। अब अहमदगढ़ क्षेत्र में तमाम किसान सिघाड़े की खेती करने लगे हैं।
सिंघाड़े की खेती के लिए कैसी भूमि चाहिए
किसान पप्पू का कहना है कि सिंघाड़े की खेती के लिए नहर के आसपास की भूमि उपयोगी है। लखावटी ब्रांच की मध्य गंग नहर अहमदगढ़, मामऊ, ढकनगला आदि गांव के मध्य होकर गुजर रही है। नहर में पानी आते ही किसान खेतों की डौल ऊंची कर उसमें करीब 4-5 फीट तक पानी भर देते हैं। इसके बाद सिंघाड़ा की बेल डाल दी जाती है।
तीन माह में हो जाती है फसल तैयार
किसान बाबूलाल बताते हैं कि पहले चार बीघा भूमि पर सिंघाड़ा उगाकर देखा। पहले ही प्रयास में फायदा होने पर 20-20 बीघा तक भूमि को सिंघाड़ा के लिए तालाब बना दिया। मात्र तीन माह में ही सिंघाड़े की फसल तैयार हो जाती है।
सिंघाड़ा उत्पादक किसानों के अनुसार एक बीघा जमीन में सिंघाड़े की फसल तैयार करने में तीन हजार रुपए की लागत आती है। फसल तैयार होने पर पंद्रह से बीस हजार की आमदनी आसानी से हो जाती है। सीजन में सिंघाड़ा तीस से पैंतीस रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकता है। फसल को आवारा पशुओं द्वारा भी कोई नुकसान नहीं होता है।
निवेदन नोट
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