अनाज मंडियों को लेकर मुख्य प्रशासक सुजान सिंह ने दिए अधिकारियों को निर्देश
हरियाणा एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड (Marketing Board Haryana) ने धान खरीद से पहले मंडियों में तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि किसानों एवं आढ़तियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। सुरक्षा के नजरिए से इस बार मंडियों में सभी सीसीटीवी कैमरों की 30 दिसंबर, 2022 तक की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखी जाने के आदेश दिए गए हैं। ताकि चोरी की घटनाओं को रोका जा सके और चोरों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी की मदद ली जा सके। बोर्ड के मुख्य प्रशासक सुजान सिंह यादव ने मार्केट कमेटियों के सचिवों को दिए निर्देश देते हुए कहा है कि नमी नापने वाले सभी मीटर वर्किंग कंडीशंस में होने चाहिएं। जबकि हर बार किसानों को खराब मीटरों की वजह से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
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मुख्य प्रशासक ने मीटिंग के बाद दिए निर्देश
हरियाणा में धान खरीद सीजन शुरू होने से पहले मंडियों में सुचारू व्यवस्था बनाने के लिए हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड (Marketing Board Haryana) के मुख्य प्रशासक सुजान सिंह यादव ने मार्केट कमेटियों के सचिवों के साथ मीटिंग कर निर्देश दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को जोनल प्रशासकों, जोनल मार्केटिंग इन्फोर्समेंट अफसरों, जिला मार्केटिंग इन्फोर्समेंट अफसरों, कार्यकारी अभियंताओं, सचिवों और अन्य को बैठक में तैयारियों से संबंधित निर्देश दिए। बैठक में बोर्ड की सचिव कमल प्रीत कौर और अन्य अफसर भी उपस्थित थे।
Marketing Board Haryana ने मानी आढ़तियों की मांग, बासमती ई-नैम (e-NAM)के जरिए नहीं खरीदी जाएगी
मुख्य प्रशासक ने 23 अगस्त, 2022 क आदेश जारी किए थे कि नॉन एमएसपी (MSP) उत्पाद, जिसमें बासमती धान भी शामिल है, की खरीद ई-नैम पोर्टल के जरिए होगी। मगर आढ़तियों ने इस पर एतराज जताया तो मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर के निर्देश पर मुख्य प्रशासक सुजान सिंह यादव ने शुक्रवार को नए निर्देश जारी किए कि 23 अगस्त, 2022 को जो निर्देश जारी किए थे, उस पर आढ़तियों की मांग को देखते हुए नॉन एमएसपी (MSP) उत्पादों को ई-नैम के जरिए खरीद पर जोर न दिया जाए।
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गेट पास को लेकर आती हैं हर साल शिकायतें
जैसे अनाज मंडियों में फसलों की आवक शुरू होती है, वैसे ही हर साल किसानों को इसमें अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मंडी में आवक के समय सही गेट पास जारी होना चाहिए। उपज का पूरा वजन हो और एग्जिट गेट पास भी हो। उत्पाद वाले वाहनों की एंट्री और एग्जिट की रिकॉर्डिंग होनी चाहिए। ड्यूटी में कोताही बरतने वाले अफसर, कर्मचारी के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। डीएमईओ एंट्री-एग्जिट गेट पास, एच- रजिस्टर और आवक की सीसीटीवी कैमरों के जरिए अचानक चेकिंग कर पूरी तरह मॉनीटर करें। डीएमईओ चावल, धान के स्टॉक की इंस्पेक्शन रिपोर्ट सौंपें।
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ज्यादा नमी वाले धान को मंडी में नहीं मिलेगी एंट्री
बोर्ड (Marketing Board Haryana) की सचिव ने कमल प्रीत कौर ने निर्देश दिए कि मंडियों में ज्यादा नमी वाली धान की अनुमति नहीं होनी चाहिए। ऐसा मैकेनिज्म हो कि मंडी के एंट्री गेट पर ही वाहन पर नमी मापी जा सके। मंडी में आवक आने के बाद एग्जिट गेट पास जारी हुए बगैर उत्पाद बाहर नहीं जाना चाहिए। एच रजिस्टर की एम रजिस्टर के साथ टैली होना चाहिए।
मंडियों में दुरूस्त होनी चाहिए मूलभूत सुविधाएं
मुख्य प्रशासक सुजान सिंह यादव ने निर्देश दिए कि इनकमिंट गेट पास ई खरीद के जरिए जारी होने चाहिएं। नॉन एमएसपी उत्पाद के मंडी में प्रवेश करने के बाद ई-नैम पोर्टल के जरिए खरीद होनी चाहिए। जहां ई-नैम नहीं है, वहां मैनुअल गेट पास जारी होने चाहिए। मंडियों में मूलभूत सुविधाएं मसलन पेयजल, रोशनी, शौचालय, सड़कें वगैरह सही हों। मंडियों में सही व्यवस्था हो ताकि किसान, श्रमिक, आढ़तियों को कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।
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फसलों की बोलियां चलती रहें निरंतर
मुख्य प्रशासक ने निर्देश दिए कि अगर खरीद एजेंसी उत्पाद की बोली नहीं लगवाती तो मार्केट कमेटी के सचिव की ड्यूटी है कि वे एजेंसी के संबंधित अफसर के साथ समन्वय बनाकर समय से बोली करवाएं। सभी कार्यकारी अभियंता मंडियों में पैचवर्क पूरा करें। मंडियों में जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके लिए खरीद सीजन में स्थायी पंप हों और स्थानीय निकाय और सिंचाई विभाग के साथ समन्वय बनाएं। एक्सईएन आईटी ने सूचित किया कि 167 वेब्रिज में से 148 पूरी तरह काम कर रहे हैं। मुख्य प्रशासक ने निर्देश दिए कि उनकी कैलिब्रेशन करवाएं। हर मंडी में नमी मापक मीटर हों। इसके लिए सभी सचिव प्रमाण पत्र भी जारी करें।