खुशखबरी! मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo) पर मिलेगी 2 लाख की Subsidy

Subsidy 2 लाख मिलेगी मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo) पर

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मुर्रा भैंस/Murrah Buffalo पालने की इच्छा रखने वाले पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। मुर्रा भैंस सबसे महंगी भैंसों में गिनती होती है। क्योंकि इसके दूध की गुणवत्ता दूसरी भैंसों से ज्यादा होती है और यह भैंस दूध भी अधिक देती है। हरियाणा के हिसार एवं जींद जिले को मुर्रा भैंसों का गढ़ माना जाता है।

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केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग तरीके से पशुपालन को बढ़ावा देने और किसानों एवं पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए सब्सिडी देती रहती हैं। इस बार पहल मध्य प्रदेश सरकार ने डेयरी प्लस योजना शुरू करके की है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए डेयरी प्लस योजना का सीहोर, रायसेन एवं विदिशा नें नया प्रॉजेक्ट शुरू किया है। ताकि इस योजना के माध्यम से पशुपालकों की आमदनी बढ़ाई जा सके।

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डेयरी प्लस योजना के माध्यम से दो मुर्रा भैंस/Murrah Buffalo पर सब्सिडी देगी। दो मुर्रा भैंस की अनुमानित कीमत 2.50 लाख रु लगाई है, यानी एक भैंस की सवा लाख मानी गई है। ऐसे में सरकार द्वारा SC/ST को इस योजना के तहत 75% सब्सिडी देगी और OBC व Gen 50% सब्सिडी देगी।

इस योजना में दो मुर्रा भैंस खरीदने पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति केवल 62 हजार रु देने होंगे, वहीं ओबीसी व सामान्य वर्ग को 1 लाख 50 हजार रु में मुर्रा भैंस खरीद पाएंगे।

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Animal Husbandry, Depatmant, MP के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल सेजानकारी सांझा की गई है-
“पायलेट प्रॉजेक्ट के तौर पर योजना प्रदेश के तीन जिलों सीहोर, विदिशा और रायसेन में शुरू की गई है। पहले से ही पशुपालन का कार्य कर रहे पशुपालकों को मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना में दो मुर्रा भैंसे उपलब्ध कराई जा रही है। इनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता 10 लीटर प्रतिदिन की होती है।”

मुर्रा भैंस/Murrah Buffalo, पालतू भैंस की एक विशेष नस्ल है जिसे ज्यादातर दूध उत्पादन के लिए पाला जाता है। यह पंजाब की एक नस्ल है जो कि अब अन्य राज्यों व विदेशों में भी पाली जा रही है। हरियाणा में इसे ‘काला सोना’ कहा जाता हैै। दूध में वसा उत्पादन के लिए मुर्रा सबसे अच्छी नस्ल है। इसके दूध में 7% वसा पाई जाती है। भैंस प्रतिदिन पांच किलो दलिया और दो किलो बिनौले की खल खाती है। दूध बहुत ताकत से निकालना पड़ता है। इसकी वजह दूध का गाढ़ा होना है। भैंस मुर्रा नस्ल की है।

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सबसे ज्यादा दूध देने वाली पशु नस्लों में शामिल मुर्रा भैंस के चर्चे कई देशों तक पहुंच चुके हैं. गुणवत्ता की वजह से इसे हरियाणा में काला सोना कहा जाता है. ब्राजील ने हरियाणा सरकार ने मुर्रा नस्ल का जर्मप्लाज्म यानी सीमेन (Murrah Buffalo germplasm) मांगा था।

मुर्रा भैेस जेट काले रंग की होती है | वहीं विदेशों में यह इटली, बल्गेरिया, मिस्र आदि में पाली जाती है | इस नस्ल की मुख्य विशेषता छोटे मुड़े हुए सींग तथा खुर व पूँछ के निचले हिस्से में सफेद धब्बे का होना हैं| वहीं इनका सिर छोटा होता है |

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