पशुधन बीमा योजना (Pashudhan Bima Yojana): भैंस का 1105रु और गाय का 880रु में होगा बीमा

Pashudhan Bima Yojana पशुधन बीमा योजना : राजस्थान के 34 जिलों में शुरू की गई योजना

किसान (kisan) साथियों ने पूछा था कि क्या पशुओं का भी कोई बीमा होता है। हां, बिल्कुल होता है। आप अपने पशुओं का Pashudhan Bima Yojana Apply Online कर सकते हैं। पशुधन बीमा योजना पंजीकरण केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से चलने वाली योजना है।  पशुधन बीमा योजना का ऑनलाइन आवेदन फॉर्म कहां मिलेगा,  Pashudhan Bima Yojana के Benefits क्या हैं, ऐसे सवाल अक्सर किसान (kisan) भाई पूछते रहते हैं। जैसा कि आप लोग जानते होंगे कि हमारे देश में खेती-किसानी (kisani) और पशुपालन सबसे बड़े आय के साधन हैं।

राजस्थान में लंपी वायरस से सबसे ज्यादा गौवंश की मृत्यु

उत्तर भारत खासकर हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, यूपी और सबसे ज्यादा राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश में इन दिनों लंपी वायरस फैला हुआ है। राजस्थान में सबसे ज्यादा बड़ी संख्या में गौधन का अकाल मृत्यु हुई हैं। गायों में लंपी बीमारी के चलते नेशनल लाइव स्टोक मिशन के अंतर्गत रिस्क मैनेजमेंट के तहत संचालित पशुधन बीमा योजना की शुरुआत जयपुर जिले के ग्राम धानक्या से की गई।

34 जिलों में मिलेगा पशुधन बीमा योजना का लाभ

द ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी को अजमेर, टोंक, नागौर, कुचामन सिटी, बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, पाली, सिरोही, कोटा, बांरा, बूंदी, झालावाड़, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, राजसमंद, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, वहीं यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर, झुंझुनू और भीलवाड़ा में बीमा कंपनी को बीमा करने की स्वीकृति दी गई है।

पशुधन बीमा योजना का मूल उद्देश्य

बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य दुधारू तथा मास उत्पादित करने वाले पशुओं को बीमा कवर प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत यदि किसी पशु की मृत्यु हो जाती है तो बीमा कंपनी मुआवजे की रकम प्रदान करेगी। जिससे कि पशुपालक की आर्थिक स्थिति बिगड़ने से बच जाएगी।

पशुधन बीमा योजना में प्रीमियम कितना होगा

पशुधन बीमा योजना में पशुपालक 1105 रुपए देकर भैंस का बीमा 50 हजार तक एवं 880 में गाय का 40 हजार तक का बीमा करवा सकते हैं। इस योजना में प्रत्येक परिवार के अधिकतम 5 पशु प्रति यूनिट का बीमा अनुदानित प्रीमियम पर किया जाएगा।

जनरल को 50% व Sc St Obc को 30% भरना होगा प्रीमियम

पशुधन बीमा  योजना के अन्तर्गत पशुओं का बीमा करवाने के लिए बीमा राशि का वार्षिक भुगतान 4.42% पशुपालक को देना होगा। जो प्रीमियम दरें ST-SC, BPL पशुपालकों के लिये प्रीमियम का 70% अंश केन्द्र व सरकार व राज्य सरकार द्वारा और 30% का व्यय पशुपालक द्वारा होगा। साथ ही सामान्य वर्ग के पशुपालक के लिए 50% अंश केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा सामूहिक व शेष 50% पशुपालक द्वारा वहन किया जाएगा।

लीटर के हिसाब से आंकी जाएगी कीमत

 पशुओं की कीमत पशुओं के स्वास्थ्य व दूध उत्पादन क्षमता के आधार पर पशु चिकित्सक पशुपालन एवं बीमा कंपनी प्रतिनिधि द्वारा आपसी सहमति से आंकी जाएगी। गाय की न्यूनतम कीमत 3 हजार रुपए प्रति लीटर दूध उत्पादन एवं भैंस की न्यूनतम कीमत 4 हजार रुपए प्रति लीटर दुध उत्पादन की दर से निर्धारित होगी। साथ ही दुधारू गाय की अनुमानित कीमत 40 हजार और दुधारू भैंस की अनुमानित कीमत 50 हजार अन्य पशु 10 भेड़, 10 बकरी, 10 सूअर प्रति 50 हजार, भार ढोने वाले पशु ऊंट, घोड़ा, गधा, सांड, पाड़ा की 50 हजार रुपए आंकी गई है। बीमा पशु पालकों की इच्छा अनुसार 1 साल, 2 साल या 3 साल का करवाया जा सकता है।

पशुपालक को देने होंगे यह दस्तावेज

पशुओं का बीमा करवाने के लिए आवेदन पत्र, पशु का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, पशुपालक का पशु के कान में लगे टेक सहित फोटो, बीपीएल कार्ड, एससीएसटी से संबंधित दस्तावेज की प्रति, बैंक का नाम, खाता संख्या, आई एफएससी कोड, आधार कार्ड, प्रीमियम राशि पशुपालक को देनी होगी। साथ ही पशु के कान में लगे टेक खोने पर 48 घंटे के भीतर पशुपालक को इसकी सूचना बीमा कंपनी को देनी होगी।

पशु की मौत होने पर 24 घंटे में दें बीमा कंपनी को सूचना

पशु की मौत हो जाने पर बीमा कंपनी को 24 घंटे के अंदर सूचना देनी होगी। सूचना आप मोबाइल, ईमेल या एसएमएस द्वारा दे सकते हैं। उसके बाद बीमा प्रमाण पत्र, क्लेम फॉर्म भरकर बीमा कंपनी को उपलब्ध कराना, पशु का मृत्यु प्रमाण पत्र, मृत पशु की फोटो, देने पर ही बीमा कंपनी द्वारा क्लेम राशि दी जाएगी। यदि किसी कारणवश बीमा कराए गए पशुओं की मृत्यु हो जाती है तो बीमा कंपनी मुआवजा प्रदान करेगी। मुआवजे की रकम 15 दिन के अंदर अंदर बीमा कंपनी को प्रदान करनी होगी।

अक्सर किसान खेती और पशुपालन दोनों काम करते हैं। ऐसे में PM Fasal Beema Yojana और Pashudhan Beema Yojana दोनों ही किसानों एवं पशुपालकों के लिए फायदेमंद हैं।

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