Pashudhan Bima Yojana की सारी जानकारियां
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार के राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत कर रही हैं। इस योजना में हरियाणा सरकार ने आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि 2018 से 2021 तक 3 लाख पशुपालकों ने लगभग 6.43 लाख पशुओं का बीमा करवाया था।
ये भी पढ़ें : खजूर की खेती कैसे करें और कितनी लागत से कितना होगा मुनाफा
बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य (Objectives of Pashudhan Bima Yojana)
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना(Pandit Deendayal Upadhyay Samuhik Pashudhan Bima Yojana) का मुख्य उद्देश्य यह है कि पशुओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाए। इसमें पशुओं की अचानक मृत्यु से होने वाले नुकसान की भरपाई करना मुख्य लक्ष्य है। इस योजना में अभी तक करीब 42 करोड़ रु की बीमा राशि बीमा कंपनियों द्वारा पशुपालकों दी जा चुकी है। इस योजना की सफलता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने इसे दोबारा शुरू किया है।
कौन से पशुओं का होगा बीमा
गाय, भैंस, झोटा, सांड, घोड़ा, ऊंट, खच्चर, गधा, बैल, बकरी, भेड़, सूअर, खरगोश आदि का बीमा करवा सकते हैं। इस योजना का लाभ गौशालाएं भी ले सकती हैं।
ये भी पढ़ें : जानिए सरसों की उन्नत किस्में- आरएच 725 किस्म किसानों की बन रही पहली पसंद
पशुधन योजना (Pashudhan Bima Yojana) का लाभ और बीमा की किस्त
हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड और न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बीच आपसी समझौते के अनुसार बीमा कंपनी एक पशुधन का एक साल के लिए एक निश्चित बीमा राशि का 1.49% की दर से प्रीमियम लेगी। सरकार ने अनुसूचित जाति के पशुधन का निशुल्क बीमा करने की सुविधा दी है। पशुपालक का अंशदान प्रति पशुधन हर साल पशु के दूध देने की क्षमता के अनुसार तय किया गया है। पशुपालकों के द्वारा दी गई प्रीमियम राशि के अलावा बाकी बची राशि केंद्र एवं राज्य सरकार भरेंगी।
पशुधन का बीमा कवरेज (Pashudhan Bima Yojana Coverage)
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में बीमित पशु की आकस्मिक और दुर्घटना से मौत होने पर कवर किया जाएगा। बीमा होने के 21 दिन तक केवल दुर्घटना होने पर बीमा कवरेज मिलेगा। जिसकी पुलिस सूचना देना जरूरी है। आकस्मिक मौत पर बीमा कवरेज 21 दिन बाद लागू होगा। पशु की चोरी बीमा कवरेज में शामिल नहीं है। इस बीमा योजना में गाय की अधिकतम कीमत 83,000, भैंस की 88,000रु और भारवाहक जानवरों की 50,000रु अधिकतम राशि तय की गई है। छोटे पशुओं खासकर बकरी, सूअर व भेड़ आदि की 10,000रु तय की गई है।
ये भी पढ़ें : World Ozone Day : ओजोन परत की खोज किसने की और क्यों ओजोन दिवस मनाया जाता है
किस पशु पर कितना भरना पड़ेगा प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में सभी पशुओं का अलग-अलग प्रीमियम तय किया गया है।
साहीवाल गाय का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में साहीवाल नस्ल की दुधारू गाय अगर 10 लीटर दूध रोजाना देती है तो उसकी अधिकतम कीमत 40,000 तय की गई है। इसके लिए गौपालक को 100 रु हर साल देने होंगे। साहीवाल गाय रोजाना 10 लीटर से 15 लीटर तक दूध देती है तो उसकी अधिकतम बीमा राशि 41,000-60,000रु तय की गई है। इसके गौपालक को हर साल 200रु प्रीमियम भरना होगा।वहीं अगर साहीवाल गाय रोजाना 15 लीटर से अधिक दूध देती है तो उसकी अधिकतम बीमा राशि 61,000 से लेकर 83,000 तय की गई है। इसके गौपालक को हर साल 300रु प्रीमियम भरना होगा। बीमा करवाते समय पशुओं की आयु 2 साल से 10 साल के बीच में होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें : जैविक खेती (Organic Farming) में सिक्किम बन गया विश्व के लिए मिसाल
हरियाणा नस्ल की गाय का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में हरियाणा नस्ल की दुधारू गाय 12 लीटर दूध देती है तो उसकी बीमा राशि 40,000रु और प्रीमियम हर साल 100रु भरना होगा। 12 लीटर से 18 लीटर तक हर रोज दूध देने वाली गाय की बीमा राशि 41,000 से 60,000 तय की गई है और इसका प्रीमियम साल में 200रु भरना होगा। वहीं 18 लीटर से अधिक दूध देने वाली गाय की बीमित राशि 61,000 से 83,000 तक रखी गई है और गौपालक को हर साल इसका प्रीमियम 300रु भरना होगा। बीमा करवाते समय पशुओं की आयु 2 साल से 10 साल के बीच में होनी चाहिए।
विदेश और क्रास नस्ल की गायों का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में इन नस्लों की दुधारू गाय अगर 10 लीटर दूध रोजाना देती है तो उसकी अधिकतम कीमत 40,000 तय की गई है। इसके लिए गौपालक को 100 रु हर साल देने होंगे। साहीवाल गाय रोजाना 10 लीटर से 15 लीटर तक दूध देती है तो उसकी अधिकतम बीमा राशि 41,000-60,000रु तय की गई है। इसके गौपालक को हर साल 200रु प्रीमियम भरना होगा।वहीं अगर साहीवाल गाय रोजाना 15 लीटर से अधिक दूध देती है तो उसकी अधिकतम बीमा राशि 61,000 से लेकर 83,000 तय की गई है। इसके गौपालक को हर साल 300रु प्रीमियम भरना होगा। बीमा करवाते समय पशुओं की आयु 2 साल से 10 साल के बीच में होनी चाहिए।
दुधारू भैंस की प्रीमियम राशि
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में बीमा करवाते समय भैंस की उम्र 3 साल से 10 साल के बीच में होनी चाहिए। 10 लीटर तक रोजाना दूध देने वाली भैंस की बीमा राशि 60,000 तय की गई है और प्रीमियम साल में 100रु भरना होगा। 10 से 15 लीटर दूध देने वाली भैंस की बीमा राशि 61,000 से 70,000 तय है और प्रीमियम 200रु हर साल भरना होगा। 15 लीटर से अधिक दूध देने वाली भैंस की बीमा राशि 71,000 से 88,000 है। प्रीमियम हर 300रु भरना होगा।
ये भी पढ़ें : जानिए फर्जी GST बिल को कैसे पकड़ें !
भारवाहक पशुधन ( घोड़ा, गधा और खच्चर) का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में इन पशुओ की उम्र 2 साल से 8 साल के बीच में होनी चाहिए। 100रु प्रीमियम साल के भरने होंगे और बीमा राशि 50,000रु तय की गई है।
भेड़, बकरी और सूअर की प्रीमियम राशि
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में इन पशुओं की उम्र 1 से 3 साल तक होनी चाहिए। मादा की राशि 6000 और नर की राशि 1000रु तय की गई है और प्रीमियम हर साल 25रु भरना होगा।
बैल और भैंसा (सांड और झोटा) का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में इनकी उम्र 2 साल से 10 तक की होनी चाहिए। इनकी बीमा राशि 30,000 तय की गई है और बीमा का प्रीमियम हर साल 100रु भरना होगा। अगर बैल और भैंसा प्रजनन के लिए है तो उनकी उम्र 2 से 8 साल तक होनी चाहिए। इनकी बीमा राशि 40,000 तय है और प्रीमियम इनका भी साल में 100रु भरना होगा।
ऊंट का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में ऊंट की उम्र 3 साल से 8 साल तक होनी चाहिए। इसकी बीमा राशि 50,000 तय है और प्रीमियम 100रु हर साल भरना होगा।
बछड़ा-बछड़ी, कटड़ा-कटड़ी का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में इनकी उम्र 6 महीने से 1 साल तक होनी चाहिए। बीमा राशि 10,000 तय है और प्रीमियम हर साल 100रु भरना होगा।
बहेड़ा और ओसर गाय का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में बहेड़ी और ओसर गाय की उम्र 1 से 2 साल होनी चाहिए। बीमा राशि 20,000 रु तय की गई है और प्रीमियम हर साल 100रु भरना होगा।
ये भी पढ़ें : पागल कहे जाने वाले किसानों को खस की खेती ने बना दिया खास
झोटी और ओसर भैंस का प्रीमियम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना में झोटी और ओसर भैंस की उम्र 1 से 3 साल होनी चाहिए। बीमा राशि 20,000रु तय है और प्रीमियम हर साल 100रु भरना होगा।
कंडिशन अप्लाई यह है कि पशुधन की सुनिश्चित बीमा राशि पशु चिकित्सक की रिपोर्ट के आधार पर पशु का स्वास्थ्य एवं पशु का दूध उत्पादन आदि को ध्यान में रखते हुए घटाई जा सकती है।
पशु का बीमा कैसे करवाएं
अपने पशुओं का बीमा करवाने के इच्छुक लाभार्थी सरल केंद्र के पोर्टल या अपने आसपास के ई-सेवा केंद्र जैसे कि कॉमन सर्विस सेंटर, अंत्योदय केंद्र, अटल सेवा केंद्र एवं ई-दिशा केंद्र) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
पशु बीमा करवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
-परिवार पहचान पत्र (अनिवार्य)
-पहचान पत्र
-पशु का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र (पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी)
-अनुसूचित जाति एवं बीपीएल का प्रमाण पत्र
-प्रीमियम राशि
-पशु का टैग (12 अंक एवं बार कोड) सहित लाभार्थी के साथ और पशु की चारों से साफ फोटो जरूरी हैं
-बैंक की नई पासबुक कॉपी
-रद्द किए गए बैंक चैक की कॉपी
पैन कार्ड की कॉपी
पशु बीमा क्लेम करने का तरीका
जानवर की मौत होने के बाद लाभार्थी को बीमा कंपनी के इस टोल फ्री नंबर-1800 209 1415 या 1800 419 1415 पर 24 घंटे (तुरंत) के अंदर सूचना देनी होगी। इसके बाद आसपास के ई केंद्र से संपर्क करके पशु बीमा के लिए सरल हरियाणा पोर्टल के माध्यम से क्लेम करने के लिए आवेदन कर दें।
बीमा कंपनी के सर्वेक्षक द्वारा निरिक्षण किया जाएगा और निरिक्षण एवं पशु चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम होने के बाद ही पशु शव को उठवाएं।
पशु बीमा क्लेम लेने के लिए जरूरी कागजात
- मृत पशु की सूचना देना जरूरी है
- बीमा पॉलिसी के कागज
- कान का टैग
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट
- पशु चिकित्सक द्वारा लिखी गई उपचार रिपोर्ट
- बैंक पासपबुक की प्रति या कैंसिल चैक
- पशु बेचने से पहले रखें सावधानी
पशु को बेचने से पहले बीमा कंपनी को जरूर सूचना दे दें। बीमा कंपनी 50रु हस्तांतरण के भरे जाएंगे। अगर ऐसा नहीं किया तो मौत होने पर बीमा नहीं मिलेगा।
टैग उतरने पर फोन करें
किसी कारणवश पशु के कान से टैग उतर जाता है तो 1800 209 1415 या 1800 419 1415 पर तुरंत फोन करके सूचना दें। या अपने आसपास के पशु चिकित्सक (सरकारी) को सूचना दें। दूसरा टैग लगाने के बाद बीमा कंपनी को सूचना देना जरूरी है। अगर आप सूचना नहीं देंगे तो बीमा क्लेम करने पर बीमा नहीं मिलेगा।