पुदीने (Mentha) की उन्नत किस्में एवं मुनाफे की खेती

किसान साथी हमसे सवाल करते हैं कि पुदीना (Mentha) कौन-से महीने में लगाया जाता है, पुदीना कितने प्रकार के होते हैं, पुदीने की देखभाल कैसे करें, भारत में पुदीना कहां उगाया जाता है, mint farming kya hai, मेंथा (Mentha) की सबसे अच्छी प्रजाति कौन सी है, मेंथा की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है, मेंथा में कौन सी खाद डालनी चाहिए, एक बीघा में पिपरमेंट (Mentha) का तेल कितना निकलता है।

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बागवानी फसलों की निरंतर बढ़ती उपज

देश में खाद्यान्न फसलों का उत्पादन हर साल बढ़ता जा रहा है और इसके साथ बागवानी का भी चलन बढ़ता जा रहा है
बागवानी फसलों के क्षेत्र और उत्पादन के वर्ष 2020-21 के अंतिम अनुमान तथा वर्ष 2021-22 के पहले अग्रिम अनुमान के आंकड़ों से बागवानी फसलों में अच्छे संकेत मिल रहे हैं |

वर्ष 2020-21 के लिए बागवानी फसलों के अंतिम अनुमान के अनुसार 27.48 मिलियन हैक्टर रकबे से 334.60 मिलियन टन का विभिन्न बागवानी फसलों का उत्पादन हुआ है, जबकि वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में यह अंतिम अनुमान क्रमशः 26.48 मिलियन हैक्टर क्षेत्रफल से 320.47 मिलियन टन उपज का था। बागवानी उपज बढ़ोतरी का यह सिलसिला वर्ष 2021-22 के लिए मंत्रालय द्वारा जारी पहले दर्शाए गए अग्रिम अनुमान यानी 27.59 मिलियन हैक्टर क्षेत्रफल तथा 333.25 मिलियन टन के आंकड़ों से भी झलकता है।

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सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से एक बात साफ है कि फल और सब्जी के उत्पादन में अनुमान से दोगुना की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि अनुमान 102.48 मिलियन टन की थी और हुआ 200.45 मिलियन टन। सब्जी पिछले साल की तुलना में 6.5 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।

किसानों द्वारा परंपरागत खेती के बदले आधुनिक खेती के तौर-तरीकों को अपनाने तथा वैज्ञानिकों द्वारा विकसित उन्नत कृषि प्रणालियों की बदौलत कृषि क्षेत्रा में लगातार तरक्की होती जा रही है और उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ किसानों की आय में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। वैश्विक स्तर पर भारत, पुदीना का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। भारत, विश्व में मेन्थॉल मिन्ट का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश भी बन गया है। इसकी खेती में उन्नत कृषि तकनीक का इस्तेमाल करने से उत्पादन में वृद्धि होती है।

जापानी पुदीना (Menthol Mint) की खेती दरअसल इसमें मौजूद तेल के लिए की जाती है, हालांकि भारत में पुदीने की चटनी खाने की रिवायत भी बहुत पुरानी है। इसका तेल बहुत उपयोगी माना जाता है। इस तेल में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल एवं एंटीट्यूमर गुण तो होते ही हैं साथ ही अलर्जी को भगाने की भी क्षमता होती है। इन्हीं गुणों की वजह से पुदीने की मांग बाजार में काफी है।

पुदीने (Mentha) का इस्तेमाल

भारत में भी किसान पुदीने की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। पुदीने का इस्तेमाल माउथवॉश,टूथपेस्ट, च्युइंगम, कफ सीरप, दवाएं, सौंदर्य प्रसाधन बनाने के साथ-साथ शीतल तेल, मेंथॉल क्रिस्टल, पेनबाम, पान मसाला, टेल्कम पाउडर आदि के बनाने में होता है।

Mentha उन्नत किस्में-

मेंथा स्पाइकाटा (M.S.S.-1) देसी पुदीना, कोसा (जापानी पुदीना), हिमालय गोमती (M.A.H.-9), M.S.S.-1 H.Y.77, मेंथा पिप्रेटा कुकरै
नर्सरी- मेंथा(Mentha) की जड़ों की बुआई अगस्त महीने में नर्सरी में लगा देनी चाहिए। नर्सरी ऊंची जगह पर होनी चाहिए ताकि पानी की मार से खराब न हो।
मेन्थॉल (Mentha) मिन्ट की उन्नत किस्में हैं- सिम-उन्नति, सिम-क्रान्ति, सिम-सरयू तथा कोसी।

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भूमि एवं जलवायु

पुदीने(Mentha) की खेती गर्म जलवायु में की जा सकती है। जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन होने चाहिए और पानी का पीएच 7 से 8.5 होना चाहिए। 20-25 दिन के अंतराल पर सिंचाई करते रहना चाहिए।

पुदीने(Mentha) की बुआई का सही समय 15 जनवरी से 15 फरवरी सही रहता है। कुछ 7त्रों में मार्च-अप्रैल में गेहूं काटने के बाद बुआई की जाती है। सीधी बुआई करने के लिए 5 क्विंटल लगती है और मेंथाल मिंट की खेती में रोपण विधि से 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की जरूरत होती है।

दो कटाई के करने के बाद मेंथॉल मिंट (Mentha) से 200 लीटर तेल निकल जाता है। एक कटाई करने के बाद अगर निकाल जाए तो सवा सौ किलो के करीब निकलता है। यह माना जाता है कि शुद्ध मेन्थॉल की दो कटाई करने में 50 हजार रु का खर्च आता है, जबकि इसे बेचकर 2 लाख की आमदनी होती है। इस हिसाब से शुद्ध मुनाफा डेढ लाख हो जाता है।

मेन्थॉल (Mentha) की खेती को दूसरी फसलों के साथ भी किया जा सकता है जैस कि-
#अगेती धान-सरसों-मेन्था
#मक्का-आलू-मेंथा
#अगेती धान-आलू-मेंथा
#अरहर-मेंथा

कटाई करते वक्त ध्यान रखें

जब पुदीने (Mentha) की ऊपर की पत्तियां छोटी और नीचे की पत्तियां पीली पड़ने लग जाएं तो जमीन से सटाकर कटाई करनी चाहिए। आमतौर पर जमीन से 5 सेंटीमीटर की ऊंचाई से काटना सही रहता है। पुदीने (Mentha) को काटने के बाद दो-तीन दिन तक छाया में सूखा लेना चाहए। शाक को छाया में सुखाने के बाद आसवन करना चाहिए।

मेंथा(Mentha) की खेती बदायूं, रामपुर, पीलीभीत, बाराबंकी, मुरादाबाद, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, लखनऊ आदि जगहों पर काफी बड़े पैमाने पर की जाती है।

Mentha oil Price rate bhav

Today 27 September 2022 MCX Mentha Oil price Live
Open-975.50, Avg Price-982.25, High-991.90, Low-975.50

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