ई गवर्नेंस के माध्यम से सरकारी सुविधाओं को जन जन तक पहुंचाने की दिशा में पंजाब राज्य ने एक बड़ी छलांग लगाते हुए किसानों के लिए डिजी लॉकर की सुविधा मुहैया कराने की शुरुआत कर दी है |
आइये हमारे एक्सपर्ट डॉ गणेश चन्द्र श्रोत्रिय से जाने डिजीलॉकर क्या होता है और किसान के लिए इसका क्या महत्व है ?
सवाल जवाब
डिजिटल लाकर क्या होता है ?
जिस प्रकार से एक लोहे की तिजोरी या लाकर होता है जिसमें हम अपने कागजात सुरक्षित रखते हैं उसी तरह से एक डिजिटल लाकर भी होता है जिसमें कागजात की सॉफ्ट कॉपी रखी जा सकती है और आवश्यकता पड़ने पर उसे कहीं भी दिखाया या प्रयोग किया जा सकता है |
भारत में डिजिटल लाकर सेवा की शुरुआत कब हुई ?
साल 2015 के जुलाई महीने में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस सेवा को लांच किया था |
डिजिटल लाकर खोलने के लिए किस वेब साईट पर जाना पड़ता है
https://digilocker.gov.in और https://digitallocker.gov.in
इस सेवा को लेने के लिए किन किन कागजातों की आवश्यकता पड़ती है?
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आई डी कार्ड
डिजी लॉकर को कैसे प्रयोग किया जा सकता है ?
डिजी लॉकर अकाउंट बनने के बाद अपने डाक्यूमेंट्स को अपने मोबाइल या कंप्यूटर से स्कैन करके इसमें सुरक्षित रखा जा सकता है
डिजी लॉकर में अभी कितने साइज़ तक के डॉक्यूमेंट रखे जा सकते हैं?
अभी फिलहाल प्रत्येक लॉकर को 50 एम बी का साइज़ दिया गया है
किसानों के लिए डिजीटल लॉकर की सुविधा क्या मायने रखती है
किसान भाइयों को अपनी फसल को बेचने के बाद मंडियों से जे फ़ार्म लेने होते हैं वो उन्हें अक्सर नही मिलते हैं और उसके लिए उन्हें आना जाना पड़ता है | पंजाब सरकार अब सभी किसानों के जे फ़ार्म उनके डिजी लॉकर में अपडेट कर दिया करेगी जिससे वो न तो कभी गुमेंगे और किसान को अपने घर बैठे ही फार्म अपने डिजी लॉकर में मिल जाया करेगा | इससे उसका समय भी बचेगा और खेचल भी कम होगी |
इसके अलावा किसान भाई अपने अन्य जरूरी कागजात जैसे जमीन फरद, गिरदावरी की कापी, ड्राइविंग लाइसेंस और अपनी स्कूल कालेज की मार्कशीट्स आदि स्कैन करके डिजी लॉकर में सुरक्षित रख सकते हैं | हाल ही में केंद्रीय परिवहन विभाग ने ट्रैफिक पुलिस को निर्देश जारी करते हुए कहा कि वेरिफिकेशन के लिए डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स भी मान्य होंगे।
इससे पहले भारतीय रेलवे ने भी वेरिफिकेशन के लिए डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स को मान्य माना था। आप ट्रैफिक पुलिस, रेल यात्रा के दौरान वेरिफिकेशन के वक्त डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स दिखा सकते हैं। इससे आपके ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स तो घर पर सुरक्षित रहेंगे और डिजी लॉकर के डाक्यूमेंट्स का सब जगह प्रयोग किया जा सकेगा
क्या मोबाइल खो जाने या बदले जाने पर डिजीलॉकर भी नष्ट हो जायेगा
नही डिजीलॉकर एक क्लाउड आधारित सेवा है जो इन्टरनेट से जुडी है जब आप नया मोबाइल यूज करेंगे तो वहां अपना अकाउंट नम्बर और पासवर्ड डाल कर अपने नये मोबाइल में अपना डिजीटल लॉकर खोला और प्रयोग किया जा सकता है | उसमें आपको अपने पुराने सारे डाक्यूमेंट्स ज्यों के त्यों मिल जायेंगे |
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री लाल सिंह जी का कहना है कि पंजाब सरकार का यह कदम इस गेहूं खरीद सीजन 2021 में सीधे सीधे 10 लाख किसानों को लाभान्वित करेगा और किसानों के लिए उनके द्वारा बेचीं गयी फसल की डिजिटल सेल रसीद प्राप्त करने की राह को आसान करेगा|
श्री लाल सिंह जी ने आगे बताया कि इसे लागू किया जाना एक लैंडमार्क स्टेप है क्यूंकि यदि कोई किसान अपने कागजात घर भूल जता है , खो देता है तो उसको दोबारा प्राप्त करने के लिए कहीं लाइन में लगने की आवश्यकता नही है उसके डिजीलाकर में उसे अभी जरूरी कागजात मिल जायेंगे |
यह प्रक्रिया कैसे काम करेगी का जवाब देते हुए सिंह लाल सिंह ने बताया कि जैसे ही आढतिया आपने अकाउंट से अप्प्रूव करेगा कि इस किसान ने मेरे माधयम से सरकार को फसल बेचीं है तो किसान के फोन में एक एस एम एस आयेगा कि उसकी रसीद उसके डिजीलॉकर में अपलोड हो गयीहै जिसे वो खोल देख सकता है और डाउनलोड भी कर सकता है |
किसानों को अब प्लास्टिक कार्ड्स और कागजात लेकर घूमने की आवश्कयता नही है उन्हें यदि बैंक में भी कोई काम पड़ता है तो उनके डिजीटल लॉकर के दस्तावेजों को बैंक भी मान्यता देगा और सारा काम बड़ी आसानी से हो जाया करेगा