उड़द की कीमतों (udad ki kimaten) तथा उसकी बाज़ार समीक्षा

किसान भाइयों आपकी सेवा में प्रस्तुत है 09 जनवरी 2025 के (udad ki kimaten) तथा उसकी बाज़ार समीक्षा

उड़द की कीमतों में सुधार की संभावना (udad ki kimaten)

उड़द की बुवाई मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित प्रमुख उत्पादक राज्यों में लगभग पांच लाख हेक्टेयर भूमि में हो चुकी है, जबकि गत वर्ष बुवाई क्षेत्र सात लाख हेक्टेयर के आसपास था। इस गिरावट का कारण प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियां और बाजार की कमजोर मांग बताई जा रही है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में उड़द की नई फसल मंडियों में आ रही है, जिससे बाजार में औसत उपज प्रति हेक्टेयर 40 लाख मीट्रिक टन के करीब होने की संभावना है।

इस कमी से बाजार में उड़द की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में उड़द की कीमतें 8700 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास बनी हुई हैं, और कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। बाजार सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में कीमतें 8100 से 8700 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर स्थिर रह सकती हैं।

यह स्थिति व्यापारियों और किसानों दोनों के लिए अहम साबित हो सकती है, क्योंकि उड़द की बढ़ती कीमतें किसानों को बेहतर लाभ दे सकती हैं। वहीं, बाजार की मांग और आपूर्ति का संतुलन भी महत्वपूर्ण रहेगा।