किसान भाइयों आपकी सेवा में प्रस्तुत है 26 दिसंबर 2024 की मंडी समीक्षा
मटर के भाव बढ़ने की नहीं है उम्मीद
जैसा कि सरकार ने शुल्क मुक्त आयात की अवधि बढ़ा दी थी अतः पीली मटर का आयात फरवरी 2025 तक हो सकेगा जिसके साथ मंडियों में विदेशी माल आ चुका है तथा भारतीय बंदरगाहों पर भी 7 से 8 हजार मेट्रिक टन के करीब माल (मटर) लग चुका है। अभी और विदेशी मटर का माल भारत में उतरने की जानकारी दी जा रही है।
इसके साथ ही कनाडा में भी नई फसल आ चुकी है, यह सत्य है कि गत वर्ष की अपेक्षा अबकी बार मटर की फसल कम है लेकिन विदेशी माल की अधिकता होने के कारण फसल की कमी का प्रभाव बाजारों पर महसूस नहीं किया जाएगा।
घरेलू फसल बाजार में आने में अभी काफी समय दिख रहा है तथा विदेशी आपूर्ति के कारण मूल्य में भी काफी गिरावट आई है इसलिए अब यहां से अत्यधिक गिरावट न होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मटर के भाव अब कुछ दिन स्थिर ही रहने की संभावना है।