सरसों की कीमतों में तेजी
खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को सरसों की कीमतें तेज हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 100 रुपये बढ़कर दाम 5,325 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। सरसों की दैनिक आवक घटकर 6.25 लाख बोरियों की हुई। अल नीनो के असर से गर्म और शुष्क मौसम की स्थिति के कारण मलेशियाई पाम तेल के उत्पादन में कमी आने की आशंका है। साथ ही प्रतिकूल मौसम की मार अमेरिका में सोयाबीन की फसल पर भी पड़ रही है। कोलकाता में पाम तेल की कीमतों में करीब 3.85 फीसदी की तेजी आई है।
घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में तेजी आई है, जिस कारण तेल मिलों की खरीद से सरसों के दाम बढ़ गए। ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीद कीमतों में 75 से 125 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की। उत्पादक राज्यों की मंडियों में अभी सरसों की दैनिक आवक बराबर बनी रहेगी। सरसों एवं तेल की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्य तेलों के दाम पर निर्भर करेगी।
डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल 5 फीसदी तेज हुआ। शिकागो में सोया तेल की कीमतों में रात में करीब 4.4 फीसदी की तेजी आई। भारत सरकार ने रिफाइंड सोया तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क को 17.5 फीसदी से घटाकर 12.5 फीसदी कर दिया है।
अल नीनो के शुरुआती संकेतों से सूखे का सामना कर रहा हैं,जिससे पैदावार में कमी आ रही है। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को 25-25 रुपये तेज होकर भाव क्रमश -986 रुपये और 976 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 2585 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
28 जून को गेंहूं की बिक्री पर पहला टैंडर
28 जून से खुले बाजार में बिक्री योजना के अंतर्गत शुरू हो रही ई-नीलामी में तीन पांच लाख टन गेहूं छोटे निजी खरीदारों को बेचने की उम्मीद है। इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। खुले बाजार में बिक्री के अंतर्गत सरकार ने गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण लाने के लिए मार्च, 2024 तक आटा मिल मालिकों, निजी व्यापारियों, थोक खरीदारों और गेहूं उत्पादों को 15 लाख टन गेहूं बेचने का निर्णय लिया है।
चावल के मामले में नीलामी पांच जुलाई को शुरू होगी और क्षमता जरूरत के हिसाब से तय की जाएगी। चावल के लिए आरक्षित कीमत देशभर में 31 अक्टूबर, 2023 तक आम जनता के लिए 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है। खरीदार कम से कम 10 टन और अधिकतम 100 टन गेहूं एवं चावल के लिए बोली लगा सकते हैं।
बिनौला तेल में आई तेजी
शुक्रवार को बिनौला तेल में तेजी दिखाई दी। गुजरात में कड़ी भाव 35 रुपये बढ़ कर 965 रुपये प्रति दस किलो तक पहुंच गया। बिनौला खल में 30-50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी रही । गुजरात में बिनौला तेल मूंगफली तेल की खपत अधिक होती है। यहां तक कि इन दोनों तेलों में गुजरात में व्यापार भी अधिक है।
मूंगफली तेल 1700 रुपये प्रति दस किलो तक पहुंच गया है। आधे भाव में मिल रहे बिनौला तेल की मांग बढ़ गई। आगे भी कुछ ठहराव के बाद तेजी बनी रह सकती है। नमकीन बनाने वाली कंपनियों की मांग बढ़ी है और सस्ते तेल की तलाश करने वाले भी इसे पसंद करते हैं। आने वाले दिनों में खल और तेल में तेजी संभव है।
अरहर की कीमतों में तेजी
शुक्रवार को अरहर एवं उड़द की कीमतों में मिलाजुला रुख बना रहा। जबकि इस दौरान चना के साथ ही मूंग के दाम कमजोर हुए। देसी के साथ ही आयातित मसूर के दाम स्थिर रहे। बर्मा में लेमन अरहर की कीमतों में सुधार आने से सुबह के सत्र में मुंबई में इसके दाम तेज हुए। लेकिन चेन्नई में शाम को इसकी कीमतों में मंदा आया।
अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम लगभग स्थिर रहे। व्यापारी दाम घटाकर बिकवाली नहीं करना चाहते उनके पास उंचे भाव का स्टॉक है। घरेलू मंडियों में भी देसी अरहर में आवक पहले की तुलना में काफी कम हो गई हैं। ऐसे में घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार तो कम है। लेकिन बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से खरीद कर रही हैं।
सरकार की नीतियों के कारण स्टॉकिस्ट भी जोखिम नहीं ले रहे। चेन्नई में लेमन अरहर हाजिर डिलीवरी के दाम 100 रुपये कमजोर होकर दाम 10,100 से 10,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मुंबई में लेमन अरहर के दाम 150 रुपये तेज होकर 10,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।