Sarso Ki Khrid Me Ho Rai Ha Deri
सरसों की सरकारी खरीद नहीं की जा रही शुरू | किसान एमएसपी से कम रेट पर बेचने को मजबूर हुए
सरकारी समर्थन मूल्य 5450 निर्धारित, व्यापारी 5050 से 5200 रु. में खरीद रहे
रोहतक में सरसों खरीद पर अभी सहमती नहीं
नमी की अधिकता के कारण सरकारी खरीद में देरी हो रही है | नमी अभी 25% तक चल रही हे जबकि 8% नमी तक सरसों खरीदी जा सकती है |
हैंफेड ने हिसार व सिरसा में 5400 से 5500 के बीच कमर्शियल खरीद की |
Today Mandi Bhav 15 March 2023
इस माह गेहूं और जौ की देखभाल जरूरी
इस समय गेहूं और जौ फसलें दूधिया होती हैं। इसलिए सिंचाई अवश्य करें। बालियों के समय पौधे नहीं हिलाने चाहिए। जौ-गेहूं मेंचेपा या माहू बीमारी होती है। इसलिए 400 मिली मेलाथियान 50 ईसी को 250 लीटर पानी में मिला छिड़काव करना आवश्यक है ।
Neemuch Mandi Bhav Today 15 March 2023
किसान गन्ने की कटाई समाप्त करके नई फसल की बिजाई इसी महीने पूरी कर दे
अधिक पैदावार को इसी माह गन्ने की किस्म सीओजे 64, सीओ 1148, सीओएच 110 पछेती व भिंडी की पूसा सावनी लगाएं ।इसमार्च माह फसलों के हिसाब से किसानों के लिए खास अहमियत रखता है। इस माह जहां गन्ने की उन्नत किस्म सीओजे 64, सीओ 1148, सीओएच 110 पछेती और भिंडी की पूसा सावनी, हिसार नवीन की बुवाई कर किसान अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, गेहूं और जो की फसल की देखभाल भी जरूरी होती है।
• मूलीः गर्मी में मूली की बिजाई
मूली की बिजाई गर्मी में कर सकते हैं। केवल पूसा चेतकी किस्म का ही प्रयोग करें। डोलियों में 30 से 45 सेमी की दूरी रखें।
• भिंडी की बिजाई
•भिंडी की बिजाई इस माह भी की जा सकती है। एक एकड़ के लिए 16-18 किलोग्राम बीज की आवश्यता होगी। खाद देने के बाद सिंचाई करना भी आवश्यक है।
किसान 4 अप्रैल तक पंजीकरण करवाना आवश्यक । ढेंचा बीज पर 80% मिला अनुदान
ढेंचा खेती करने के फायदे
• ढैचा की खेती से भूमि में मित्र जीवाणुओं की संख्या बढ़ती है इससे उत्पादन भी बढ़ता है।
• फसल चक्र में ढैचा को शामिल किया जाए तो भूमि की भौतिक व रासायनिक संरचना में सुधार होता है।
• भारी बारिश के दौरान इसकी गहरी जड़ें मिट्टी की उपजाऊ परत को बढ़ने नहीं देती है।
• ढैचा की खेती से भूमि में पानी सोखने की क्षमता बढ़ती है। इससे भूमि की जल धारण क्षमता अच्छी होती है।
पंजीकरण 4 अप्रैल 2023 तक जारी रहेगा। एक किसान अधिकतम 120 किलोग्राम अथवा 10 एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है। किसान को आधार कार्ड या वोटर कार्ड आदि दिखाना होगा।
जैविक खेती की शुरुआत
जैविक खेती को लेकर राज्य सरकार की तरफ से भी प्रमोट किया जा रहा है। इसलिए जैविक खेती को लेकर किसानों का रुझान भी लगातार बढ़ने लगा है। रेवाड़ी जिले में ही अब जैविक खेती को बड़ी संख्या में किसानों ने अपनाया है।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना
कृषि एवं किसान कलयाण मंत्रालय
किसान अपनी फसल का बीमा बी अवश्य करवाए