सोया पाम तेल में तेजी की उम्मीद
खाद्य तेलों में तेजी के चलते घरेलू बाजार में बुधवार को भी सोया पाम तेल में तेजी रही । महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट में सोया तेल 15 रुपये और पाम तेल 10 रुपये प्रति दस किलो तक बढ़ गया। मलेशिया पाम तेल उत्पादन जून में घटने की धारणा से तेजी दर्ज हुई। अमेरिकी सोयाबीन फसल पर सूखे का खतरा बढ़ने की धारणा से सोया तेल तेज हुआ। घरेलू बाजार के प्लांटों में सोयाबीन भाव 25-50 रुपये प्रति क्विंटल और सोया तेल भाव 15-20 रुपये प्रति दस किलो तक बढ़ गए।
मलेशिया पाम तेल उत्पादन में गिरावट आने की संभावना है और यह गिरावट अल नीनो के कारण आगे बढ़ सकती है। घरेलू बाजार में विदेशी सोया तेल का स्टाक मजबूत है और सोयाबीन भी लगभग 60 लाख टन के करीब है।
आगामी दो तीन महीने तक सोया पाम तेल में गिरावट की संभावना कम है वहीं तेजी का रुख बना रह सकता है। व्यापार में घट बढ़ के साथ मुनाफा वसूली का अवसर मिलता रहेगा।
सरसों की कीमतों में सुधार
सरसों की कीमतें घरेलू बाजार में बुधवार को तेज हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये बढ़कर दाम 5,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर सात लाख बोरियों की हुई । शिकागो में सोया तेल के दाम दूसरे दिन तेज हुए हैं। हालांकि सुबह की तुलना शाम को पाम तेल की कीमतों में तेजी कम हुई, जबकि शिकागो में हल्की गिरावट आई। गर्म और शुष्क मौसम की स्थिति के कारण मलेशियाई पाम तेल का उत्पादन जून में कम होने की आशंका है।
घरेलू बाजार में सरसों तेल में लगातार दो दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को विश्व बाजार में खाद्य तेलों के दाम तेज होने से इसकी कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार सरसों की कीमतों में हल्का सुधार तो और भी आ सकता है लेकिन अभी बड़ी तेजी के आसार कम है। वैसे भी उत्पादक मंडियों में अभी सरसों की दैनिक आवक बराबर बनी रहेगी, क्योंकि चालू सीजन में उत्पादन अनुमान ज्यादा है।
शुष्क मौसम के साथ ही अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के कारण मलेशियाई पाम तेल वायदा बुधवार को लगातार दूसरे सत्र में बढ़कर दो सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
शिकागो में सोया तेल की कीमतों में 0.25 फीसदी की हल्की नरमी आई। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को लगातार दो दिनों की गिरावट के बाद 20-20 रुपये तेज होकर भाव क्रमश -965 रुपये और 955 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये तेज होकर 2595 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
उड़द के व्यापार मे तेजी नहीं
बर्मा में उड़द की कीमतों में आई तेजी से घरेलू बाजार में भी इसके दाम सुबह के सत्र में तेज हुए थे, लेकिन बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की खरीद कमजोर बनी रही। अत शाम के सत्र में इसके भाव में मिलाजुला रुख देखा गया। जानकारों के अनुसार बर्मा में उड़द का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में बचा हुआ है।
दक्षिण भारत में उड़द की दाल की मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है। इसलिए दाल मिलें भी केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। उत्पादक मंडियों में आगामी दिनों में समर उड़द की आवक और बढ़ेगी। इसलिए नई उड़द की आवक बढ़ने पर इसके भाव में नरमी आ सकती हैं। चेन्नई में उड़द के भाव 9200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 8,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मसूर में सीमित तेजी मंदी
दिल्ली में देसी मसूर के भाव में हल्का सुधार आया है, लेकिन बंदरगाह पर आयातित मसूर के भाव स्थिर ही बने हुए हैं। आयातित मसूर का बकाया स्टॉक ज्यादा है साथ ही आयातित मसूर की क्वालिटी हल्की है। इसलिए मौजूदा कीमतों में सीमित तेजी मंदी बनी रहने की उम्मीद है। कनाडा एवं ऑस्ट्रेलियाई से आयातित मसूर लगातार आ रही है। चालू महीने में दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर रहेगी। वैसे भी आगामी दिनों में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की मंडियों में मसूर की आवक कम हो जायेगी। इसलिए इसके भाव में बड़ी गिरावट के आसार भी नहीं है।
मूंग की कीमतें दिल्ली में नरम हुई है,जबकि उत्पादक राज्यों में इसके दाम स्थिर बने हुए हैं। नई मूंग की आवक उत्पादक मंडियों में लगातार बढ़ रही है,जबकि चालू समर सीजन में इसका उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है दाल मिलें केवल सीमित मात्रा में ही मूंग की खरीद कर रही है। मूंग दाल में भी ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है। ऐसे में मूंग की कीमतों में आगामी दिनों में मंदा ही आने का अनुमान है।
दाल मिलों की खरीद बढ़ने से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में 25 रुपये तेज होकर दाम 5900 से 5925 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। कनाडा की मसूर के भाव 5,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5,900 से 5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5,950 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर टिकी रही।
राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 25 रुपये कमजोर होकर दाम 7,600 से 7,625 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान जलगांव में चमकी मूंग के भाव 8000 से 8200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।