मक्खियाँ कैसे भगाएं How to repel Houseflies

इन्नोवेटर : बॉबी जैन जी मलेरकोटला वाले : 9814155547

मक्खी से इस दुनिया में कौन तंग नही है | सबका खून पीने को मक्खी हमेशा लालायित रहती है ज़रा सी गंदगी कहीं बस हो जाए तो मक्खी का आतंक चालू हो जाता है | आजकल पोल्ट्री फार्मों के आसपास रहने वाले लोग तो बस नरक की जिन्दगी जीने को मजबूर रहते हैं | पशुओं को परमात्मा ने मक्खी मच्छर उड़ाने के लिए पूँछ से तो नवाजा ही है जिससे वो अपने उपर भिनभिनाने वाले कीटों को अपने से दूर रखते हैं |

पूरे प्रैक्टिकल का विडियो देखें कि मक्खियाँ कैसे भगाएं

लेकिन हम इंसानों ने तो कालांतर में अपने काम धंधों के चक्कर में अपनी पूँछ भी गवां दी है | बाजार में कई तरीके के प्रोडक्ट्स मच्छरों के लिए तो मिलने लग गये हैं लेकिन मक्खियों से निजात पाने के लिए भारतीय बाज़ार में मैंने अभी कोई इफेक्टिव प्रोडक्ट नही देखा है |

पंजाब में मलेरकोटला नमक स्थान पर रहने वाले बॉबी जैन भाई साहब जी ने एक अनूठा प्रैक्टिकल क्या है जिसे देखने के लिए मैं स्वयं गया और मेरे साथ मशीन मन ऑफ़ पंजाब के नाम से मशहूर सरदार राजपाल मखनी जी भी थे और संयोग से गुजरात के भरूच जिले से आये किसान जैमिन पटेल जी भी थे |

Bobby Jain Malerkotla, Sangrur, Punjab, India

बोबी जैन जी हमें मलेरकोटला टाउन में स्थित एक गौशाला में लेकर गये और वहां उन्होंने हमें दिखाया कि गायों के खड़े होने के स्थान पर ऊपर छत से एक रस्सी लटकाई गयी है और उस रस्सी के साथ एक ट्रांसपेरेंट पन्नी के अंदर पानी भर कर उसमें एक पांच रुपये का सिक्का डाल कर बाँध दिया गया है|

ऐसा करने से वैज्ञानिक रूप से कौन सा सिद्दांत काम करता है यह तो किसी को नही पता है लेकिन इससे एक बड़ी समस्या का हल यह हो गया है कि जिस हाईट पर यह पन्नी बंधी होती है उस हाईट से नीचे मक्खियाँ नही आती है |

सबूत के तौर पर पन्नी जिस सूतली के सहारे छत से बंधी है उसपर मक्खियों की भरमार है , वहां इतनी मक्खियाँ बैठी हैं कि सूतली नज़र नही आ रही है | लेकिन सभी मक्खियाँ बड़े ही अनुशासन में पन्नी के उपर उपर के एयर स्पेस में ही विचरण कर रही हैं |

गायों के बाँधने के बाड़े में में ऐसी ऐसी कई पन्नियाँ छत के साथ सूतली की मदद से लटकाई गयी हैं जिसकी वजह से गायों को बहुत सुकून है | बॉबी जैन भाई साहब जी जो कि स्वर्गीय भाई राजीव दीक्षित जी की प्रेरणा से प्रेरित होकर बहुत सारे प्रैक्टिकल करके अपने सर्कल में बताते रहते हैं | इन्होने कोआपरेटिव फार्मिंग , घरेलू जलशोधन यंत्र और गाय के गोबर से गौकाष्ठ बनाने आदि पर बड़ा शोध किया है |

वैसे बॉबी जैन भाई साहब व्यवसाय से बड़े कारोबारी हैं इनका लुधियाना में कारोबार और फैक्ट्री भी है लेकिन ये अपना पूरा व्यवसाय प्रबंधन करने के बाद अपना समय देश और समाज को बनाने वाले गतिविधियों को देते हैं|

समाजिक सरोकारों के साथ आँखें और हाथ खोल कर जीवन जीने वाले बॉबी जैन जी उन सभी लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा के स्त्रोत हैं जो उन्हें जानते हैं | इस लेख में बॉबी जैन जी का फोन नम्बर भी डाला गया है और उनके नाम को उनके फेसबुक प्रोफाइल के साथ भी टैग किया गया है | देश की भलाई चाहने वाले और समाज हित में अपने बजट से काम करने वाले साथी बॉबी जैन जी के साथ सम्पर्क में रह सकते हैं |

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